सुरक्षा परिषद ये प्रस्ताव पारित करने में विफल, 36 देश रहे अनुपस्थित

Saturday, Dec 10, 2016 - 03:29 PM (IST)

संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र महासभा में सीरिया से संबंधित प्रस्ताव पर हुए मतदान में भारत ने हिस्सा नहीं लिया। भारत के साथ 35 देश भी अनुपस्थित रहे। प्रस्ताव में सीरिया में अविलंब संघर्ष विराम और युद्ध से तबाह हो गए देश में सहायता मुहैया कराने की मांग की गई है।  महासभा में प्रस्ताव पारित होने से एक दिन पहले सुरक्षा परिषद प्रस्ताव पारित करने में विफल रहा। इस प्रस्ताव में भी अलेप्पो में संघर्ष विराम खत्म करने की मांग की गई थी। सुरक्षा परिषद के 2 स्थायी सदस्य चीन और रूस ने अपने वीटो का प्रयोग किया। 

कनाडा के प्रस्ताव में सीरिया के अलेप्पो में हिंसा बढ़ने पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया गया है। संयुक्त राष्ट्र से गुहार शुक्रवार को हुए मतदान का 122 देशों ने समर्थन और 13 देशों ने विरोध किया। भारत सहित 36 देश मतदान से बाहर रहे। भारतीय राजनयिक सूत्रों ने बताया कि अपने परंपरागत रुख पर कायम रहते हुए भारत ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। भारत का मानना है कि मानवीय मुद्दे को राजनीतिक मुद्दे के साथ घालमेल नहीं किया जा सकता।

सूत्र ने कहा, 'प्रस्ताव में मानवीय स्थिति को संबोधित तत्व का प्रस्तावकों के राजनीतिक नजरिये के साथ मिला दिया गया है। यह घालमेल असहज है। यही कारण है कि हम अपने रुख पर कायम रहते हुए मतदान से बाहर रहे।' 193 सदस्यीय महासभा ने प्रस्ताव पारित कर दिया। इसमें नागरिकों पर तुरंत और पूर्ण रूप से सभी हमले बंद करने की मांग की गई है। युद्ध से जर्जर देश में सभी प्रकार के प्रतिबंध खत्म करने की मांग की गई है। महासभा ने मानवीय हालत में लगातार गिरावट पर चिंता जताई है।

Advertising