अमेरिका में ममदानी की जीत से सदमे में इजरायल ! यहूदी बोले- यह सभी के लिए बहुत बुरा, “लगता न्यूयॉर्क भूल गया 9/11”
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 01:24 PM (IST)
New York: न्यूयॉर्क सिटी के नए मेयर के रूप में जोहरान ममदानी की ऐतिहासिक जीत ने इजरायल में गहरी बेचैनी पैदा कर दी है। इजरायली नागरिकों और नेताओं को डर है कि एक खुले तौर पर pro-Palestinian नेता की जीत अमेरिका-इजरायल संबंधों में नई ठंडक ला सकती है। इजरायल के राजनीतिक वर्ग को सबसे ज़्यादा झटका इस बात से लगा कि करीब एक-तिहाई यहूदी मतदाताओं ने भी ममदानी का समर्थन किया। यरुशलम की निवासी हाना जैगर ने कहा “यह बहुत बुरा है। यहूदियों के लिए, इजरायल के लिए, सभी के लिए बुरा है।”
ममदानी की जीत का संदेश
ममदानी ने चुनाव में स्थानीय मुद्दों जैसे सस्ती आवास योजना और बाल देखभाल की कमी पर जोर दिया,लेकिन इजरायल के लिए सबसे बड़ा मुद्दा उनका “फिलिस्तीन समर्थक रुख” है। विश्लेषकों के अनुसार, यह संकेत है कि अमेरिकी जनता, खासकर युवा डेमोक्रेट्स, अब इजरायल के प्रति पहले जैसी सहानुभूति नहीं रखती —
और यह बदलाव गाजा युद्ध और इजरायली हमलों से उपजे गुस्से के कारण तेज़ हुआ है। इजरायली अधिकारियों ने ममदानी (जो मुस्लिम हैं) पर “यहूदी-विरोधी” और “इजरायल से नफरत” का आरोप लगाया। ज्यूइश पीपल पॉलिसी इंस्टीट्यूट के विश्लेषक शमूएल रोस्नर ने लिखा-“यह दिखाता है कि अमेरिका में अब ‘इजरायल-विरोधी’ विचारों के साथ भी चुनाव जीता जा सकता है।”
इजरायल में झटका और चिंता
न्यूयॉर्क सिटी हमेशा से इजरायल का सांस्कृतिक और भावनात्मक केंद्र रहा है-यहां बड़ी यहूदी आबादी है, हिब्रू भाषा आम है, और इजरायल का वाणिज्य दूतावास बेहद सक्रिय रहता है।लेकिन 34 वर्षीय ममदानी, जो न्यूयॉर्क राज्य के विधायक रह चुके हैं, ने चुनाव अभियान में इजरायल की पारंपरिक नीतियों को खुलकर चुनौती दी।उन्होंने कहा कि-“किसी भी ऐसी व्यवस्था जो यहूदियों को दूसरों पर प्राथमिकता दे, वह सार्वभौमिक मानवाधिकारों के खिलाफ है।” इजरायल में इसे देश की आत्मा पर हमला माना गया है, क्योंकि यह राष्ट्र होलोकॉस्ट के बाद यहूदियों के लिए शरणस्थल के रूप में स्थापित हुआ था।
फिलिस्तीनियों में खुशी की लहर
ममदानी ने गाजा में युद्ध को “जनसंहार” कहा और यहां तक कहा कि अगर प्रधानमंत्री नेतन्याहू न्यूयॉर्क आएंगे तो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने संकेत दिया कि वे इजरायली उद्योग और विश्वविद्यालयों से साझेदारी समाप्त कर सकते हैं। वहीं वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी नेताओं ने ममदानी की जीत का स्वागत किया।मुस्तफा बरगूती ने कहा-“यह चुनाव परिणाम अमेरिका की नई पीढ़ी के बदलाव का प्रतीक है। अब फिलिस्तीनी मुद्दा अंतरराष्ट्रीय चुनावी बहस का हिस्सा बन गया है।”
नेतन्याहू और ट्रंप का रुख
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस जीत पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनकी प्रवक्ता शोश बेड्रोसियन ने कहा-“इजरायल और अमेरिका के बीच रिश्ते पहले से कहीं अधिक मज़बूत हैं। यह चुनाव उस रिश्ते को कमजोर नहीं करेगा।” नेतन्याहू ने फिलहाल पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने “अटूट संबंधों” पर जोर दिया है, जो गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई के पूर्ण समर्थक हैं।
यहूदी समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रिया
इजरायल के प्रवासी मामलों के मंत्री अमीचाई चिकली ने सोशल मीडिया पर ममदानी की आलोचना करते हुए 9/11 हमलों की तस्वीर पोस्ट की और लिखा- “न्यूयॉर्क भूल गया 9/11”। उन्होंने यहूदियों से अपील की कि वे इजरायल आकर बसें। फिर भी, ममदानी ने अपनी जीत के भाषण में कहा-“हम ऐसा सिटी हॉल बनाएंगे जो यहूदी न्यूयॉर्कवासियों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा और यहूदी-विरोध के खिलाफ डटा रहेगा।”
