चीन की कब्रों में मिले रेशम के बारे में हैरानीजनक सबूत

Thursday, Jan 12, 2017 - 04:37 PM (IST)

बीजिंग: शोधकर्ताओं को चीन की करीब 8,500 साल पुरानी कब्रों में रेशम पाए जाने के प्रमाण मिले हैं।  इन नए प्रमाणों से लगता है कि हजारों साल पहले भी लोग रेशम से बने आलीशान वस्त्रों आदि का इस्तेमाल करते रहे होंगे।   इससे पहले भी वैज्ञानिकों ने इस स्थान में हड्डी से बनी बांसुरी का पता लगाया था,
जो अभी तक धरती का ज्ञात सबसे पुराना वाद्य यंत्र है ।

चीन की यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टैक्नॉलजी के पुरातत्व वैज्ञानिक डेचाई गोंग ने बताया कि वैज्ञानिकों ने मध्य चीन के हेनान प्रांत के जिआहू में पाए जाने वाले करीब 9,000 साल पुराने खंडहरों का अध्ययन किया। चीन की पुरानी कहानियों में भी इस इलाके में रेशम के कीड़ों के प्रजनन और रेशम बुनाई के प्रसंग पाए जाते हैं। जिआहू पर किए गए पुराने शोध में पाया गया कि इस इलाके की गर्म और आद्र्र जलवायु शहतूत के पेड़ों के लिए अनुकूल है, जो रेशम के कीड़ों के लिए एकमात्र खाद्य सामाग्री है। 

वैज्ञानिकों ने जिआहू की 3 कब्रों के मृदा नमूने भी एकत्रित किए  जिसके बाद रसायन वैज्ञानिकों ने यहां की तीन में से 2 कब्रो में रेशम प्रोटीन पाए जाने के बारे में बताया। इनमें से एक कब्र तो करीब साढ़े 8 हजार साल पुरानी है। गोंग ने  बताया कि यह प्रचीन चीन में रेशम पाए जाने के सबसे पुराने व हैरानीजनक प्रमाण हैं।’’ शोधकर्ताओं ने बताया कि इससे पहले चीन में करीब 5,000 साल पहले रेशम पाए जाने के प्रमाण मिले थे।    
 

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