पाक में नंबर गेम जारी, 14 अगस्त से पहले पीएम पद की शपथ लेंगे इमरान

punjabkesari.in Sunday, Jul 29, 2018 - 05:50 PM (IST)

इस्लामाबादः क्रिकेटर से राजनेता बनने वाले इमरान खान देश के स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने  बताया है कि वह छोटी पार्टियों से गठबंधन के लिए लगातार संपर्क कर रही है ताकि सरकार बनाई जा सके। बता दें कि 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लेकिन अभी भी उसके पास इतने सांसद नहीं है कि वह अकेले सरकार बना लें। पीटीआई नेता नइनुल हक ने शनिवार रात मीडिया से कहा कि नंबर गेम को लेकर बातचीत जारी है। हक ने कहा, 'हमने अपना होमवर्क पूरा कर लिया है और इमरान 14 अगस्त से पहले पीएम पद की शपथ ले लेंगे।' 

चुनाव के नतीजों के मुताबिक पीटीआई को 115 सीटों पर जीत मिली है और वह जादुई आंकड़े से 22 सीट पीछे है। इसके बाद पीएमएल-एन ने 64 और पीपीपी ने 43 सीटें जीती हैं। पाकिस्तान की नैशनल असेंबली में कुल 342 सीटे हैं, जिनमें से 272 पर सीधे चुनाव होते हैं। कोई भी पार्टी तभी सरकार बना सकती है जब उसके पास 342 में से 172 सीटे हों।  ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की दो प्रमुख पाॢटयां पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), संसद में पीटीआई को कड़ी टक्कर देने के इरादे से संयुक्त रणनीति बनाने के लिए आने वाले दिनों में बैठक कर सकती हैं। पाकिस्तान की इलेक्ट्रोनिक मीडिया कल से अहम सरकारी विभागों एवं संघीय कैबिनेट के संभावित सदस्यों के नाम पर अटकल लगा रही है।

पीटीआई के जिन नेताओं ने एक से अधिक सीट पर जीत दर्ज की है उन्हें अन्य सीट खाली करनी होगी क्योंकि कानून के अनुसार एक उम्मीदवार एक ही सीट का प्रतिनिधित्व कर सकता है। पीटीआई के अध्यक्ष खान ने पांच सीटों से जीत दर्ज की है, इसलिए उन्हें चार सीटें खाली करनी होगी। पूर्व गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान को शिकस्त देने वाले तक्षशिला से गुलाम सरवर खान ने भी दो एनए सीटों पर जीत दर्ज की है इसलिए उन्हें भी एक सीट छोडऩी होगी। खैबर पख्तूनख्वा के पूर्व मुख्यमंत्री परवेज खटक ने भी नेशनल असेंबली और प्रांतीय असेंबली दोनों सीटों पर जीत दर्ज की है। इसलिए अगर पीटीआई उन्हें मुख्यमंत्री के पद के लिए फिर से नामांकित करती है तो उन्हें भी एनए सीट छोडऩी होगी। ऐसे में पार्टी की सीटें घटकर 109 हो जाएंगी।

अखबार के अनुसार इन सब गणनाओं के बाद पीटीआई नेतृत्व ने अब अन्य छोटे समूहों और निर्दलीय उम्मीदवारों से संपर्क करने का फैसला किया है। पार्टी पहले ही यह घोषणा कर चुकी है कि वह पीएमएल-एन और पीपीपी के साथ गठजोड़ नहीं करेगी। ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार पीटीआई के पूर्व महासचिव जहांगीर तरीन ने निर्दलीय उम्मीदवारों और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) से संपर्क किया। एमक्यूएम-पी ने छह सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि 13 निर्दलीय उम्मीदवारों ने एनए सीट पर जीत हासिल की है। अगर पीटीआई को जीडीए, एमक्यूएम-पी, पीएमएल-क्यू और अवामी मुस्लिम लीग का समर्थन हासिल हो जाता है तब भी यह संख्या 122 हो पाएगी जो जरूरी संख्या बल से 15 कम है। यह आंकड़ा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या से अधिक है।

 जिन अन्य  पार्टियों  एनए में प्रतिनिधित्व है उनमें तीन सीटों के साथ बलूचिस्तान नैशनल पार्टी-मेंगल (बीएनपी-एम), एक-एक सीटों के साथ जम्हूरी वतन पार्टी, अवामी नेशनल पार्टी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसानियत शामिल है। पीपीपी और पीएमएल-एन ने चुनाव नतीजों को खारिज किया है। बहरहाल दोनों पार्टियों के सूत्रों ने ‘  बताया कि वे मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल (एमएमए) द्वारा नेशनल असेंबली के शपथ ग्रहण सत्र के बहिष्कार के आह्वान का समर्थन नहीं करेंगे। एमएमए द्वारा आयोजित सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने वाले पीएमएल-एन के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमने संसद में आक्रामक विपक्ष की भूमिका निभाने का फैसला किया है।’’ पीपीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने अहम संसदीय मंत्रालयों के चुनाव के लिये अब तक किसी रणनीति पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है।  


 


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Tanuja

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