रेप पर विवादास्पद बयान को लेकर विपक्ष के निशाने पर इमरान, सोशल मीडिया पर भी मचा बवाल

Wednesday, Jun 23, 2021 - 12:35 PM (IST)

इस्लामाबाद:  पाकिस्तान में बलात्कार के बढ़ते मामलों के बीच महिलाओं के पहनावे पर विवादास्पद बयान को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान विपक्षी महिला सांसदों व सोशल मीडिया के निशाने पर आ गए हैं। सोशल मीडिया पर इमरान खान को जमकर लताड़ लगाई जा रही है। खान के विवादास्पद बयान की निंदा करते हुए विपक्षी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) की सीनेटर शेरी रहमान ने ट्वीट किया, ‘‘चाहे हमारे कानून हों या मजहब हो, बिल्कुल साफ है कि महिलाओं के लिए सम्मान की जिम्मेदारी सामने वाली की होती है। किसी को महिलाओं को हिंसा, बलात्कार या महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए जिम्मेदार ठहराने का या वे क्या पहनें, ये बताने का अधिकार नहीं है। हमारे प्रधानमंत्री ऐसा कर रहे हैं, इससे हैरान हूं।’’


उन्होंने कहा कि इमरान खान ऐसा कहकर महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले और उनका दमन करने वालों की हरकतों को जायज ठहरा रहे हैं। प्रधानमंत्री का यह बयान अत्यंत गैरजिम्मेदाराना और निंदनीय है। सिंध की महिला विकास मंत्री शहला रजा ने कहा कि प्रधानमंत्री को ‘महिलाओं पर नजर रखने’ के बजाय देश के सामने मौजूद मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने ट्वीट करके खान के बयान की निंदा की। बाद में सत्तारूढ़ तहरीक ए इंसाफ की ओर से जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री जरताज गुल और पार्टी सांसद मलीका अली बुखारी तथा कंवल शौजाब ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन बुलाकार कहा कि खान के बयानों को गलत तरह से पेश किया गया है।

 प्रधान मंत्री इमरान इस विवादास्पद बयान के कारण सोशल मीडिया पर भी  उग्र टिप्पणियों की बाढ़ आ गई।  नेटिज़न्स ने उनकी टिप्पणियों को 'पीड़ित-दोष' करार दिया। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार ग़रीदा फारूकी ने प्रधानमंत्री के शब्दों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया और  इसे  "घृणित ",   "स्तब्ध" "क्रोधित" #घोर निंदनीय" बताया। गरीदा ने कहा- नहीं, मिस्टर पीएम खान, महिलाओं के कपड़े  बलात्कार या यौन हिंसा के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। बिल्कुल नहीं! यह पुरुषों का दोष है   है। आप रेप पीड़ितों का अपमान न करें  और बलात्कार को पहरावे  से जोड़ कर इस अपराध को उचित न ठहराएं," उसने ट्वीट किया।

एक अन्य लेखक शाहमीर सन्नी ने कहा: "इमरान खान के बलात्कार के औचित्य के बारे में सबसे जघन्य बात यह है कि पाकिस्तान में बलात्कार की शिकार लगभग हर महिला ने वही पहना है जो वह सामान्य कपड़ों के रूप सोचते हैं ।  रेप का कपड़ों से कोई लेना-देना नहीं है । लेकिन एक और आदमी जवाबदेही से बचने की कोशिश कर रहा है। यह बीमार है।" अधिकांश ट्विटर यूजर्स ने कहा कि शायद प्रधानमंत्री सांस्कृतिक साम्राज्यवाद का अर्थ नहीं समझते हैं।

 

बता दें कि एचबीओ को हाल में दिये साक्षात्कार में खान से पूछा गया था कि क्या उन्हें लगता है कि महिलाओं के पहनावे की वजह से बलात्कार की घटनाएं होती हैं, इसके जवाब में पाक प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अगर कोई महिला बहुत कम कपड़े पहन रही है तो इसका असर होगा, इसका पुरुषों पर असर होगा, जब तक कि वे रोबोट नहीं हैं। मेरा मतलब है कि यह सामान्य समझ की बात है।’’

खान (68) के जवाब से सन्न रह गये साक्षात्कारकर्ता जोनाथन स्वैन ने अपना सवाल दूसरे तरीके से पूछा, ‘‘लेकिन क्या इससे वास्तव में यौन हिंसा के कृत्यों को उकसावा मिलता है?’’ अपने रुख पर कायम खान ने कहा, ‘‘यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कैसे समाज में रहते हैं। अगर किसी समाज में लोगों ने ऐसी चीजें नहीं देखी हैं तो इसका असर होगा। आपके जैसे समाज में शायद असर नहीं पड़े। यह सांस्कृतिक साम्राज्यवाद है। जो भी हमारी संस्कृति में है, उसे अन्य सभी को स्वीकार करना चाहिए।’’

Tanuja

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