अब इमरान खान की पार्टी के अध्यक्ष परवेज इलाही लाहौर से गिरफ्तार, धक्के मारते हुए लेकर गए अधिकारी

Thursday, Jun 01, 2023 - 02:15 PM (IST)

 इस्लामाबादः इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के नौ और सदस्यों को गिरफ्तार कर पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया गया। संवेदनशील सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी इमारतों पर नौ मई को हुए हमलों में इन सदस्यों की कथित भूमिका को लेकर पाकिस्तान सैन्य अधिनियम के तहत उनके खिलाफ मुकदमा चलेगा। इन गिरफ्तारियों के साथ, सैन्य अधिनियम और शासकीय गोपनीयता कानून के तहत मुकदमे का सामना करने वाले ‘पीटीआई' कार्यकर्ताओं की कुल संख्या 50 से अधिक हो गई है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पी.टी.आई.) के अध्यक्ष और पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री परवेज इलाही को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें गुरुवार को उनके लाहौर स्थित घर के बाहर से हिरासत में लिया गया।

एंटी-करप्शन विभाग के अधिकारी उन्हें धक्के मारते हुए लेकर गए। पी.टी.आई. प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने इलाही के साथ आई महिलाओं से दुर्व्यवहार किया। पंजाब के कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर ने कहा कि इलाही भ्रष्टाचार के मामले में वांछित थे। परवेज इलाही की गिरफ्तारी के बाद पी.टी.आई. उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी की बेटी गौहर बानो कुरैशी ने कहा कि उनके पिता पार्टी और इमरान खान के साथ थे, हैं और रहेंगे। गौहर ने कहा कि वह रावलपिंडी में अदियाला जेल में अपने पिता से मिलने गई थीं और उन्होंने जनता को अपना यह संदेश देने के लिए कहा था।

 

उधर, पाकिस्तान इलैक्ट्रॉनिक मीडिया रैगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) ने टैलीविजन चैनलों को दिए एक निर्देश में कहा है कि मीडिया को घृणा फैलाने वालों, अपराधियों और उनकी मदद करने वालों का बहिष्कार किया जाए और उन्हें ‘सतर्क’ रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को अपने चैनलों पर प्रसारित नहीं करें। पेमरा की अधिसूचना में कहा गया है कि संविधान नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार की गारंटी देता है, लेकिन इस अधिकार के अपवाद भी हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के बीच संतुलन बनाना महत्वपूर्ण है।

 

पाक ने कहा-9 मई की हिंसा में ‘विदेशी संलिप्तता’ के सबूत मिले


सत्तारूढ़ पी.एम.एल.-एन. के नेता मियां जावेद लतीफ ने दावा किया है कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के सरकारी संस्थानों पर 9 मई के हमलों में विदेशी हाथ संलिप्त होने के सबूत मिले हैं। उन्होंने कहा कि देश के संस्थानों पर हमलों के ये सबूत भी हैं कि किसके निर्देश पर यह सब किया गया था। लतीफ ने यह भी आरोप लगाया कि पी.टी.आई. प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी से बहुत पहले उनकी पार्टी पिछले एक वर्ष से सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के लिए अपने समर्थकों को प्रशिक्षित कर रही थी। प्रधानमंत्री के विशेष सहायक अताउल्लाह तरार ने कहा कि 9 मई के हिंसक प्रदर्शन में शामिल लोगों से कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि उपद्रवी किसी भी तरह की नरमी के लायक नहीं हैं, चाहे वे कितना भी प्रचार कर लें।

Tanuja

Advertising