हांगकांग पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे

Saturday, Aug 03, 2019 - 10:59 PM (IST)

हांगकांगः हांगकांग पुलिस ने लोकप्रिय पर्यटन स्थल में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। चीन की सख्त चेतावनियों के बावजूद इस अंतरराष्ट्रीय आर्थिक केंद्र में हिंसा हो रही है।

शनिवार को लगातार नौवे सप्ताहांत को हिंसा हुई है। यह सिम शा सुई में हुई है। इस इलाके में लगजरी मॉल और होटल हैं। एक थाने के पास घेराबंदी किए हुए प्रदर्शनकारियों को गैस मास्क और ढाल लिये अधिकारियों ने खदेड़ा नकाबपोश प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पार्किंग स्थल में खड़ी गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और आसपास की दीवारों को रंग दिया। पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे और फिर लाठीचार्ज किया। इसके बाद कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। प्रदर्शनकारियों ने चीन से जोड़ने वाली तीन सुरंगों में से एक को बंद कर दिया जिस वजह से बड़े पैमाने पर यातायात बाधित हुआ। हालांकि आधे घंटे बाद उन्हें हटा लिया गया।

गौरतलब है कि दक्षिण चीन के अर्द्ध स्वायत्त आर्थिक केंद्र में करीब दो महीने से प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रत्यर्पण विधेयक को लेकर शुरू हुआ प्रदर्शन का सिलसिला लोकतांत्रिक सुधारों की मांग के आंदोलन में तब्दील हो चुका है। 36 साल के प्रदर्शनकारी अह किट ने कहा कि जितना सरकार हमें दबाएगी उतना हम बाहर आएंगे।जबतक सरकार हमारी मांगों को नहीं मान लेती है तब तक हम प्रदर्शन जारी रखेंगे।

हांगकांग और बीजिंग में अधिकारियों ने इस हफ्ते कड़ा रूख अपनाने के संकेत दिए हैं और कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है। चीनी सेना ने कहा है कि अगर उससे कहा गया तो वह ‘असहनीय' अशांति को कुचलने के लिए तैयार है। लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया और अगले हफ्ते कई रैलियां और प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

शनिवार शाम को प्रदर्शनकारियों ने एक खंभे पर लगे चीनी झंडे को फाड़ दिया। वहीं सरकार समर्थक लोगों ने प्रदर्शनकारियों पर हमला किया है जिसके बाद 45 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बहरहाल, हांगकांग की मुख्य कार्यकारी कैरी लाम प्रत्यर्पण विधेयक को ठंडे बस्ते में डालने के अलावा कई रियायतें देने को राजी हो गई हैं।

 

Pardeep

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