चीन में कोविड कारण शवों से सैंकड़ों कोल्ड स्टोर फुल,  सड़क पर लगी लाशों की कतारें (दिल दहला देगा वीडियो)

punjabkesari.in Tuesday, Dec 27, 2022 - 01:29 PM (IST)

बीजिंगः चीन में पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 महामारी की लहर देखने को मिल रही है। छोटे शहरों और दक्षिण पश्चिम बीजिंग के अस्पतालों के आपात चिकित्सा इकाई मरीजों से भरी हैं। एंबुलेंस को ही आपात चिकित्सा कक्ष में तब्दील कर इलाज किया जा रहा है और मरीजों के तीमारदार अस्पताल में एक खाली बिस्तर के लिए दर-दर भटक रहे हैं। हालात यह है कि मरीजों को अस्पतालों के गलियारों और जमीन पर लिटा कर इलाज किया जा रहा है क्योंकि बिस्तरों की कमी है। देश भर में कोविड लहर से चीन की अर्थव्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित हुई है, जिसके कारण फर्नीचर कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों को नव वर्ष मनाने के लिए पहले से या लंबी छुट्टी दे दी है।

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सरकार द्वारा कोविड-19 संबंधी पाबंदियों में ढील दिए जाने के बाद महामारी ने सबसे अधिक विकराल रूप इसी इलाके में लिया।संक्रमण के तेजी से प्रसार से लोग घर के अंदर केद हो रहे हैं। वहीं, दुकानों और रेस्तरां को भी खाली कर दिया गया है। अधिक मजदूरों के बीमार होने के कारण कारखानों और कंपनियों के उत्पादन को बंद करने या उत्पादन में कटौती करने को मजबूर होना पड़ रहा है। 

 

मरने वालों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ी
चीन में मरने वालों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ गई है कि लाशों को रखने के लिए जगह भी नहीं बची। सारे कब्रिस्तान व अंतिम संस्कार स्थलों पर तीन से पांच दिनों की वेटिंग चल रही है। लोग 24-24 घंटे लाशों को गाड़ियों में रखकर सड़क पर लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं। अस्पतालों के स्टोर रूम से लेकर छत और गलियारे तक लाशों से भर गए हैं। चीन सरकार के आदेश पर बड़ी संख्या में मीट कोल्ड स्टोरेज में शवों को रखने की व्यवस्था की गई। बताया जाता है कि सैकड़ों की संख्या में कोल्ड स्टोरेज भी लाशों से भर गए हैं। अब सरकार नए कोल्ड स्टोरेज भी खुलवा रही है। 

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एक दिन में 3.70 लाख करोड़ संक्रमित
एक दिन में तीन करोड़ 70 लाख कोरोना संक्रमित मिलने के बाद चीन सरकार ने आधिकारिक आंकड़ों को जारी करने पर रोक लगा दी है। अब चीन सरकार की तरफ से कोरोना संक्रमितों को लेकर रोजाना जारी की जाने वाली रिपोर्ट जारी नहीं की जाएगी। हालांकि, अभी भी अलग-अलग सोर्स से कई तरह के आंकड़े सामने आ रहे हैं। ये आंकड़े बेहद डराने वाले हैं। चीन की पत्रकार जेनिफर जेंग ने दावा किया है कि शनिवार को एक दिन के अंदर आठ हजार चीनी नागरिकों ने कोरोना संक्रमण के चलते दम तोड़ा। इसके पहले 21 दिसंबर को सबसे ज्यादा 10 हजार 700 लोगों की मौत हुई थी।  

 

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आने वाले कुछ सप्ताह चीन के लिए 'सबसे खतरनाक'
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, चूंकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के कारण चीन ने इस महीने की शुरुआत में अपने कोविड प्रतिबंधों में भारी ढील दी, इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर वायरस के प्रसार की सीमा पर कोई स्पष्ट आंकड़ें उपलब्ध नहीं है, लेकिन कई शहरों और प्रांतों ने कहा है कि वे प्रति दिन हजारों नए मामले देख रहे। वहीं, शीर्ष नेताओं ने हाल ही में संकेत दिए हैं कि वे अगले साल विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगे और अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने के लिए महामारी प्रतिबंधों में ढील देने की कोशिश करेंगे। परिवहन मंत्रालय और डाक सेवा नियामक के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रव्यापी, ट्रक कार्गो वॉल्यूम और डिलीवरी ऑर्डर दोनों पिछले सप्ताह की तुलना में काफी प्रभावित हुई है। गौरतलब है कि कैपिटल इकोनॉमिक्स के विश्लेषकों ने कहा कि अगले आने वाले कुछ सप्ताह चीन के लिए 'सबसे खतरनाक' हो सकते हैं।

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चीनी अर्थव्यवस्था धड़ाम
जब बीजिंग ने अपनी कठोर शून्य-कोविड रणनीति में अचानक ढील दी, तब चीनी अर्थव्यवस्था पहले से ही संघर्ष कर रही थी। लॉकडाउन के कारण नवंबर में बड़े पैमाने पर खुदरा बिक्री में कमी आई थी और बेरोजगारी छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। दिसंबर के पहले कुछ हफ्तों में कार और घर की बिक्री में गिरावट देखने को मिली। चाइना पैसेंजर कार एसोसिएशन के हालिया आंकड़ों के अनुसार, कार निर्माताओं ने 1 दिसंबर से 18 दिसंबर तक 946,000 वाहनों की बिक्री की थी, जो पिछले साल की तुलना में 15 फीसदी कम है।

 

CNN की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग और शंघाई जैसे पहले दर्जे के शहरों में पिछले सप्ताह घरों की बिक्री में 53 प्रतिशत की गिरावट आई है। देश के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता बीवाईडी ने कहा कि उसे उत्पादन में प्रति दिन 2,000 से 3,000 वाहनों की कमी करनी पड़ी, क्योंकि अधिक कर्मचारी काम करने में असमर्थ हैं। बीवाईडी के उपाध्यक्ष लियान युबो ने गुरुवार को शेनझेन में एक मंच पर कहा, 'कोविड के प्रकोप ने हमारे उत्पादन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। हमारे 20 प्रतिशत से 30 प्रतिशत कर्मचारी घर पर बीमार हैं।'


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Content Writer

Tanuja

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