गाजा में 62,000 मौतों के बाद हमास ने किया युद्धविराम प्रस्ताव स्वीकार! बंधकों की रिहाई पर भी बनी सहमति

punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 09:47 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः हमास (Hamas) ने रविवार को दिए गए गाज़ा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। यह जानकारी कतरी न्यूज़ चैनल अल-जज़ीरा को सोमवार को हमास के एक वरिष्ठ सूत्र ने दी। हमास ने यह भी बताया कि उन्होंने इस प्रस्ताव को बिना किसी संशोधन या टिप्पणी के स्वीकार किया है और इसकी सूचना मध्यस्थ देशों को भी दे दी है।

प्रस्ताव में क्या है?

यह प्रस्ताव एक 60 दिनों का अस्थायी युद्धविराम है।

  • इसके तहत:

    • बंधकों की रिहाई की प्रक्रिया शुरू होगी।

    • इज़राइली सेना (IDF) का धीरे-धीरे गाज़ा से बाहर निकलना शामिल है।

  • यह समझौता पूर्ण युद्ध समाप्ति और अस्थायी संघर्षविराम के बीच एक समझौता समाधान (compromise) माना जा रहा है।

मध्यस्थ कौन हैं?

कतर, मिस्र और अमेरिका इस पूरे समझौते के लिए मध्यस्थता (mediation) कर रहे हैं। कतरी प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने हाल ही में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी से काहिरा में मुलाकात की और गाज़ा में शांति बहाल करने के प्रयासों पर चर्चा की।

गाजा में अब तक 62,000 से अधिक लोगों  की मौत:

  • गाज़ा में युद्ध 2023 के अंत से जारी है और अब तक 62,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें बहुत से महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

  • गाज़ा सिटी में इज़राइली हमले तेज होने के कारण हजारों लोग अपना घर छोड़कर भागने को मजबूर हो गए हैं।

  • मानवता संकट गहराता जा रहा है – भोजन, पानी और दवाइयों की भारी कमी है।

ट्रंप का बयान:

  • अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को Truth Social नामक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बयान दिया: उन्होंने कहा कि जब तक हमास को पूरी तरह से नष्ट नहीं किया जाता, तब तक बंधकों की वापसी संभव नहीं है। उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में उन्होंने सैकड़ों बंधकों को छुड़वाया, 6 युद्ध रोके, और ईरान की परमाणु सुविधा को तबाह किया। ट्रंप का संदेश था: "या तो जीतने के लिए खेलो, वरना खेलो ही मत!"

क्या यह एक स्थायी समाधान है?

  • अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इज़राइल इस प्रस्ताव को स्वीकार करेगा या नहीं।

  • इससे पहले इज़राइली अधिकारी कह चुके हैं कि वो हमास को पूरी तरह से खत्म करने तक रुकने वाले नहीं हैं।

  • जनता का दबाव बढ़ता जा रहा है, खासकर उन परिवारों की ओर से जिनके रिश्तेदार अभी भी हमास के पास बंधक हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Pardeep

Related News