पाक का ग्‍वादर को सिंगापुर-दुबई बनाने में सपना अधर में, चीन के खिलाफ बलूचों का बढ़ा विरोध

Wednesday, Dec 15, 2021 - 06:18 PM (IST)

 इस्लामाबादः पाकिस्‍तान में बलूचिस्तान में इमरान खान सरकार चीन के साथ मिलकर बलूचों को दबाने की कोशिश फेल होती नजर आ रही है। पाकिस्‍तान के ग्‍वादर में चीन के खिलाफ प्रदर्शन तेज होते जा रहे हैं। पिछले एक महीने से स्‍थानीय जनता हजारों की तादाद में सड़कों पर उतरी हुई है। यहां के लोग चीन के CPEC प्रोजेक्‍ट का विरोध कर रहे हैं । दरअसल चीन ग्वादर में अरबों डॉलर का निवेश करके बंदरगाह बना रहा है। ग्‍वादर की जनता 'ग्‍वादर को हक दो' के नारे लगा रही है। इसके अलावा वे अवैध तरीके से मछली पकड़ने वाले जहाजों को रोकने की मांग कर रहे हैं जो उनकी आजीव‍िका को तबाह कर रहे हैं।

 

ग्‍वादर की जनता इमरान सरकार से ईरान के साथ व्‍यापार संबंधों में छूट और शहर में सुरक्षा चेक प्‍वाइंट में ढील देने की भी गुहार लगा रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक ग्‍वादर में चल रहा विरोध प्रदर्शन इमरान सरकार और वहां की शक्तिशाली सेना के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है। ग्‍वादर में पहले भी इस तरह के विरोध प्रदर्शन होते रहे हैं लेकिन ऐसा पहली बार है कि इतनी बड़ी तादाद में जनता ने सामूहिक तरीके से ऐक्‍शन लिया है।


इस प्रदर्शन में उदारवादी इस्‍लामिक नेता राष्‍ट्रवादी और बड़ी संख्‍या में महिलाएं और बच्‍चे हिस्‍सा ले रहे हैं जो अपने आप में इस शहर के लिए अप्रत्‍याशित है। बलूचिस्‍तान प्रांत में स्थित ग्‍वादर की सीमा से कुछ ही दूरी पर ईरान है और यह अरब सागर में स्‍ट्रेट ऑफ होर्मूज के बेहद करीब है। यह चीन के बेल्‍ट एंड रोड कॉरिडोर का प्रमुख केंद्र है। पाकिस्‍तान का दावा है कि ग्‍वादर और सीपीईसी चीन को अरब सागर तक पहुंच मुहैया कराकर इस पूरे इलाके के आर्थिक भूगोल को बदल देगा।

Tanuja

Advertising