चीन ने LGBT ग्रिंडर ऐप हटाने के बाद अब बीजिंग प्रतिस्पर्धा के एथलीटों को लेकर कसा शिकंजा

Sunday, Feb 27, 2022 - 06:01 PM (IST)

बीजिंग: चीन का अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए ऑनलाइन अभिव्यक्ति पर नियंत्रण जारी है। यहां लोगों के ऑनलाइन व्यवहार पर नजर रखने के लिए इंटरनेट विनियमन नीतियों को पहले से कड़ा कर दिया गया है। हाल ही में एक मशहूर सोशल मीडिया ऐप ग्रिंडर को देश के ऐप स्टोर से हटा लिया गया था। दरअसल चीन में  LGBTQ समुदाय को अभी भी एक बड़ा कलंक माना जाता है, यही वजह है कि  बीजिंग में ओलिंपिक प्रतिस्पर्धा से पहले ग्रिंडर ऐप को हटा लिया गया । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ग्रिंडर एक लोकप्रिय LGBTQ डेटिंग ऐप है जो 2009 में लॉन्च होने के बाद विश्व स्तर पर सफल हुआ।

 

लेकिन यह ऐप अब चीन में ऐप्पल ऐप स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। यहीं नहीं  ऐप को Tencent और Huawei के एंड्रॉइड ऐप स्टोर से भी हटा दिया गया क्योंकि देश में Google Play स्टोर उपलब्ध नहीं है। ग्रिंडर का स्वामित्व शुरू में एक चीनी कंपनी कुनलुन टेक के पास था, लेकिन बाद में इसे 2020 में लॉस एंजिल्स कैलिफोर्निया में अमेरिकी निवेशकों को बेच दिया गया।  रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रिंडर को हटाना बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक 2022 के मद्देनजर ऑनलाइन सामग्री को विनियमित करने के चीन के संशोधित प्रयासों की पृष्ठभूमि में आता है।

 

चीन के साइबरस्पेस प्रशासन ने हाल ही में इंटरनेट अफवाहों, अश्लील साहित्य और अवैध सामग्री पर रोक लगाने के लिए एक महीने तक चलने वाले अभियान की घोषणा की है। अधिकारियों ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य एक  स्वस्थ और सभ्य इंटरनेट संस्कृति और माहौल बनाना है क्योंकि चीन चंद्र नव वर्ष में प्रवेश कर रहा है।  चीन में समलैंगिकता अवैध नहीं है, समलैंगिक विवाह को अभी भी कानूनी संरक्षण नहीं दिया गया है।

 

चीन में एग्जिट डोर देखने वाला ग्राइंडर पहला ऐप नहीं है। 2017 में चीनी अधिकारियों द्वारा अश्लील सामग्री की मेजबानी करने का आरोप लगाने के बाद एक और  LGBTQ डेटिंग ऐप ज़ैंक को बंद कर दिया गया था।  जिनपिंग प्रशासन ने  LGBTQ  समुदाय के प्रति काफी असहिष्णुता दिखाई है। जुलाई 2021 में  WeChat ने LGBTIQ  विषयों के बारे में पोस्ट करने वाले कई खातों को निलंबित कर दिया था।

 

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एक अन्य मैसेजिंग ऐप QQ ने अपने प्लेटफॉर्म पर "गे" और "LGBTIQ +" शब्दों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि चीन में अंतर्राष्ट्रीय कंपनियां देश के सख्त नियामक ढांचे से जूझ रही हैं। ऐप्पल ने स्थानीय नियमों और कानूनों का पालन करने के लिए अपने चीन के स्टोर से सैकड़ों ऐप हटा दिए हैं। दिसंबर 2020 में  Apple ने लगभग 46,000 गेमिंग ऐप को हटा दिया, जो चीन में एक ऑपरेटिंग लाइसेंस को सुरक्षित करने में विफल रहे।

 

दरअसल, चीन कंटेंट मॉडरेशन और सेंसरशिप पर एक सख्त कोड लगाता है और सभी से इसका पालन करने की उम्मीद की जाती है। जो कुछ भी कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा के खिलाफ जाता है, उसका देश में स्वागत नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल अधिकारियों ने ऐप्पल से कुरान ऐप को हटाने का अनुरोध किया था।

 

Tanuja

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