गूगल पर Best toilet paper सर्च करने पर उड़ रहा पाक का मजाक
Sunday, Feb 17, 2019 - 03:34 PM (IST)
इंटरनेशनल डैस्कः आंतक के मामले में पूरी दुनिया में घिरे पाकिस्तान को अब गूगल पर भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि गूगल पर ‘बेस्ट टॉयलेट पेपर इन द वर्ल्ड’ सर्च करने पर पाकिस्तान के झंडे की फोटो आ रही है जिससेसोशल मीडिया पर पाक खूब मजाक उड़ रहा है। ट्विटर पर इसे लेकर #besttoiletpaperintheworld भी ट्रेंड कर रहा है। लोग सर्च रिजल्ट के स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। इससे पहले भी गूगल पर ‘इडियट’ सर्च करने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फोटो सामने आती थी। वहीं, भिखारी शब्द सर्च करने पर गूगल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की फोटो दिखाता था।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद देशभर में गुस्सा है। ऐसे में हर तरफ पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है। हो सकता है कि किसी ने गूगल बॉम्बिंग के जरिए गूगल सर्च रिजल्ट से छेड़छाड़ की कोशिश की हो। एथिकल हैकर कनिष्क सजनानी ने गूगल पर रोजाना लाखों पेजों की इंडेक्सिंग की जाती है। जब भी आप गूगल पर कोई की-वर्ड सर्च करते हैं तो गूगल अपने पेज रैंक एल्गोरिदम के जरिए उस की-वर्ड से जुड़े रिजल्ट दिखाता है। अब अगर कोई संगठन या लोग ऐसी साजिश करते हैं, जिससे किसी एक की-वर्ड को सर्च करने पर कोई खास फोटो या वेबसाइट सबसे ऊपर दिखे तो इसे गूगल बॉम्बिंग या गूगल वॉशिंग कहा जाता है।’’
Just search on google
— Bajrang dal Hazaribagh (@BHazaribagh) February 16, 2019
As best toilet paper in the world#besttoiletpaperintheworld@RadioPakistan pic.twitter.com/bLjtSWW3rn
पुलवामा हमले के बाद गुस्से में किसी संगठन या कई लोगों ने मिलकर 'बेस्ट टॉयलेट पेपर इन द वर्ल्ड' की-वर्ड के साथ पाकिस्तान के झंडे की फोटो का इस्तेमाल किया होगा। इसी की-वर्ड के साथ बार-बार पाकिस्तान के झंडे का इस्तेमाल होने से गूगल के एल्गोरिदम की वजह से ऐसा दिखाया जा रहा है। इसी के जरिए गूगल सर्च रिजल्ट को प्रभावित करने की कोशिश की गई होगी।
Who did this? #BestToiletPaperInTheWorld pic.twitter.com/CbuHyaWxtv
— Miss Marwaari (@kritikagoyal007) February 16, 2019
गूगल पर इडियट सर्च करने पर डोनाल्ड ट्रम्प की फोटो दिखाए जाने पर अमेरिकी सीनेटर ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से जवाब मांगा था। इस पर पिचाई ने कहा था, "गूगल सर्च का रिजल्ट अरबों की-वर्ड्स की रैंकिंग के आधार पर आता है। ये रैंकिंग रिलिवेंस और पॉपुलैरिटी जैसे 200 कारणों पर तय होती है।" उन्होंने यह भी कहा था कि गूगल सर्च रिजल्ट से छेड़छाड़ करना खुद गूगल या गूगल के कर्मचारी के लिए संभव नहीं है।