जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए ऑटोबान स्पीड लिमिट तय करेगा जर्मनी

Wednesday, Jan 23, 2019 - 11:58 AM (IST)

बर्लिन/दुबई: जर्मनी ने उत्सर्जन पर अंकुश लगाने और जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके लिए जर्मनी में  हाईवे जिसे ऑटोबान के नाम से जाना जाता है, पर 130 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा वाहन नहीं चल पाएंगे।  परिवहन समिति ने जो मसौदा प्रस्ताव दिया है उसके अनुसार शीघ्र ही स्पीड लिमिट पर अंकुश लगने की संभावना है।

यह प्रस्ताव डिसेल्स के लिए टैक्स ब्रेक को  तो कम करेगा ही 2023 तक ईंधन कर बढ़ाएगा और इलैक्ट्रिक व हाइब्रिड कार की बिक्री के लिए कोटा भी निर्धारित करेगा। जर्मनी के प्रसिद्ध ऑटोबान पर बेरोकटोक ड्राइविंग दुनिया भर में मशहूर है तथा इस वजह से पैट्रोल की अत्यधिक खपत हो रही है। देश के ‘मोबिलिटी’ भविष्य पर राष्ट्रीय मंच समिति ने जो रास्ता बनाया है वह भविष्य में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।

गौरतलब है कि 1990 के बाद से जर्मनी का परिवहन उत्सर्जन लगातार बढ़ रहा है। ऑटोमोटिव उद्योग देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा है। सरकार को पर्यावरण की रक्षा के लिए यह प्रतिबंध लगाने पर मजबूर होना पड़ा है। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो हैं जिनमें जर्मनी की नो-स्पीड लिमिट के चलते हाईवे पर 300 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से ड्राइवर पागलों की तरह गाड़ी को दौड़ाते हैं।

बता दें कि नॉर्थ वैस्टर्न देश ऊटा में बॉनेविल सॉल्ट फ्लैट्स जगह पर आपके लिए कोई गति सीमा नहीं है। यहां एक ही नियम है कि आप जितनी रफ्तार से चाहो अपनी गाड़ी दौड़ा सकते हो।  इसके अलावा अबुधाबी हाईवे  पर अधिकतम गति सीमा है 87 मील प्रति घंटा यानी 140 कि.मी. प्रति घंटा चला सकते हैं। आऊटबक, ऑस्ट्रेलिया यह करीब 200 कि.मी. लंबा हाईवे है। यह इतना सुरक्षित है कि यहां पर भी कोई स्पीड लिमिट नहीं है।

Tanuja

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