जर्मनी के चांसलर शॉल्ज सहित 18 सांसदों को मौत के घाट उतारना चाहते थे धुर दक्षिणपंथी

Friday, Dec 09, 2022 - 12:05 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: जर्मनी में तख्तापलट का षड्यंत्र रचने वाले धुर दक्षिणपंथी देश की कैपिटल बिल्डिंग पर धावा बोलना चाहते थे और चांसलर ओलाफ शॉल्ज को मौत के घाट उतारना चाहते थे। पुलिस को जर्मनी के वर्तमान सत्ता प्रतिष्ठान को हिंसक रूप से उखाड़ फैंकने के षड्यंत्र का पता चला है तथा उसके हाथ एक ऐसी हिटलिस्ट लगी है जिसमें चांसलर शॉल्ज सहित ऐसे 18 लोगों के नाम हैं जिनकी हत्या करने के पश्चात जर्मन शाही परिवार के एक सदस्य प्रिंस ऑफ रीस 71 वर्षीय हैनरिक-13 को राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित करना था। 

धुर दक्षिणपंथी समूह के षड्यंत्र के संबंध में पुलिस ने वीरवार को अधिक जानकारी जुटाई। पता चला है कि रीच्सबर्गर आतंकवादियों ने तख्तापलट की कार्रवाई निॢवघ्न ढंग से करने के लिए बिजली नैटवर्क बाधित करने, सरकारी भवन पर धावा बोलने और 18 सांसदों की या तो हत्या करने या उन्हें निर्वासित करने की योजना बनाई थी। दक्षिणपंथी समूह ने बिजली की ग्रिड बाधित करने तथा उसके बाद आपस में संपर्क बनाए रखने के लिए सैटेलाइट फोन खरीदे हुए थे। 

तख्तापलट के बाद पिं्रस हैनरिक को केंद्रीय परिषद के प्रमुख अर्थात राजा के रूप में सत्ता सौंपी जानी थी तथा न्याय विभाग का प्रमुख 58 वर्षीय बिरगिट मलसैक-विंकमैन को संसद (बुंडेस्बर्ग) का अध्यक्ष बनाया जाना था। यह भी पता चला है कि नई सरकार की सैन्य शाखा के लिए देश की वर्तमान सेना व पुलिस के सदस्यों को भर्ती करने का काम एक 69 वर्षीय पूर्व पैराट्रूपर रुडिगर पी को सौंपा गया था। पुलिस को छापों में क्रॉस-बो, राइफल और गोला-बारूद व सुरक्षात्मक कवच मिले हैं। जर्मन पुलिस ने प्रिंस हैनरिक-13 सहित अब तक 54 संदिग्धों को पकड़ा है तथा आने वाले दिनों में और छापेमारी और गिरफ्तारियां होंगी।

Anil dev

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