भारत के कट्टर विरोधी की विदाई यात्रा शुरू

Tuesday, Nov 22, 2016 - 11:44 AM (IST)

इस्लामाबादः हफ्तों तक चले कयासों और अटकलों के बाद आखिरकार पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष राहील शरीफ का जाना पक्का दिख रहा है। भारत द्वारा हाल ही में की गई सर्जिकल स्ट्राइक ने उनके रिकॉर्ड को खराब तो किया, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान में उनका कद काफी बड़ा है। उनके रिटायर होने में अब महज एक हफ्ते का समय बचा है और उन्होंने अपनी विदाई मुलाकातों में शरीक होना शुरू कर दिया है।

पाकिस्तानी सेना का मीडिया विंग, जो कि ISI के जनसंपर्क विभाग को भी संभालता है, ने सोमवार को बताया कि जनरल शरीफ ने लाहौर की सैन्य छावनी से अपनी विदाई यात्रा शुरू की। यहां उन्होंने सेना और रेंजर्स को संबोधित किया। माना जा रहा है कि अब वह जल्द ही कराची और पेशावार भी जाएंगे। 

सरकार और सैन्य सूत्रों के मुताबिक, अगले सेना प्रमुख का नाम भी तय किया जा चुका है और इसके लिए राहील शरीफ से भी मशविरा किया गया है, लेकिन इसकी घोषणा 29 नवंबर को जनरल शरीफ के रिटायरमैंट के समय ही की जाएगी। कयास लगाया जा रहा था कि राहील शरीफ का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है। पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि जनरल शरीफ को पाक सेना का प्रमुख रहने दिया जाए।

जनरल राहील शरीफ भारत के कट्टर विरोधी माने जाते थे। जनरल शरीफ ने 29 नवंबर 2013 को पाकिस्तानी सेना के प्रमुख (चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) का पद संभाला था। वह देश के 15वें सैन्य प्रमुख थे। पाकिस्तान में यह पद प्रधानमंत्री से भी ज्यादा ताकतवर माना जाता है। 

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