पैगंबर कार्टून विवादः फ्रांसिसी राष्‍ट्रपति मैक्रों के बाद अब उनके मंत्री के बयान से मचा बवाल

Tuesday, Nov 03, 2020 - 02:51 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः फ्रांस में पैगंबर मोहम्‍मद कार्टून विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले की चिंगारी अब बाकी देशों में भी भड़क रही है। फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमैनुअल मैक्रोंके खिलाफ मुस्लिम देशों में प्रदर्शन ते हो गए हैं। इस बीच अब उनके एक मंत्री के बयान से नया बवाल मच गया है। फ्रांस के आंतरिक मामलों के मंत्री गेराल्‍ड डरमानिन ने रविवार को एक अखबार को दिए साक्षात्‍कार में कहा क‍ि फ्रांस ने कट्टरपंथी इस्‍लाम के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है। इससे पहले फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति ने कहा था कि 'इस्‍लाम संकट में है।'

मैक्रों के इस बयान की मुस्लिम देशों ने कड़ी आलोचना की थी। मैक्रों ने 2 अक्‍टूबर को 'इस्‍लामिक अलगाववाद' से निपटने के लिए अपनी योजना पेश की थी। उन्‍होंने कहा कि इस्‍लामिक अलगाववाद से निपटने के लिए संसद में एक बिल पेश किया जाएगा। इसमें मस्जिदों के वित्‍तपोषण की निगरानी और धार्मिक गुटों के स्‍कूलों और अन्‍य संगठनों की जांच की जांच की जाएगी। इस भाषण में उन्‍होंने कहा था कि इस्‍लाम विश्‍वभर में संकट में है। फ्रांसीसी राष्‍ट्रपति के इस बयान के बाद पूरी दुनिया में उनका विरोध हो रहा है। अब रविवार को फ्रांस के आंतरिक मामलों के मंत्री गेराल्‍ड ने कहा कि उनके देश ने कट्टर इस्‍लाम के खिलाफ जंग छेड़ दी है। उन्‍होंने संसद में पेश किए जाने वाले बिल के बारे में और ज्‍यादा जानकारी दी।

उन्‍होंने कहा, 'अगर किसी ने महिला डॉक्‍टर से इलाज करवाने से मना किया तो उसे 5 साल तक जेल में डाला जा सकता है और 75 हजार यूरो का जुर्माना लगाया जा सकता है।' गेराल्‍ड ने कहा कि उन लोगों के खिलाफ सख्‍त कदम उठाए जाएंगे जो अधिकारियों पर दबाव डालते हैं या जो शिक्षकों के पाठ को ग्रहण करने से इनकार करते हैं। फ्रांसीसी मंत्री के इस बयान से सोशल मीडिया में बवाल मच गया है। बड़ी संख्‍या में मुसलमान ट्वीट करके फ्रांसीसी मंत्री के इस बयान की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। यही नहीं मुस्लिम 5 साल की सजा और भारी जुर्माने पर भी सवाल उठा रहे हैं।

Tanuja

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