लाल मस्जिद का ईमाम फिर सक्रिय, तैयार कर रहा आतंक की नई पीढ़ी

Wednesday, Oct 04, 2017 - 02:38 PM (IST)

इस्लामाबादः लोगों के विरोध और घर में नजरबंद किए जाने के बावजूद पाकिस्तान की कुख्यात लाल मस्जिद का पूर्व नेता फिर सक्रिय हो गया है और  आंतकवादियों की नई पीढ़ी तैयार करने में जुट गया है। इस्लामाबाद स्थित लाल मस्जिद में 10 साल पहले पड़े पाकिस्तानी सेना के छापे के बाद भी इस मस्जिद का ईमाम अब्दुल अजीज प्रभावशाली है और एक बार फिर से देश में अतिवादी तत्वों को बढ़ावा दे रहा है।

अब यह कुख्यात इमाम मदरसों में पाकिस्तान में 'खिलाफत' की स्थापना का संदेश दे रहा है। लाल मस्जिद में ईमाम रहने के दौरान अब्दुल अजीज अपने भड़काऊ भाषणों, पश्चिमी देशों के खिलाफ जिहाद की वकालत और इस्लाम के कट्टरपंथी विचार के लिए जाना जाता था। अब्दुल अजीज पाकिस्तान में अपने हजारों छात्रों को कट्टर विचारधारा से बरगलाने का काम किया। इनमें ऐसे गरीब और ग्रामीण छात्रों की संख्या अधिक थी, जो पैसों की तंगी के चलते लाल मस्जिद से जुड़े मदरसों में पढ़ने के लिए आते थे। 2007 में इस मस्जिद पर छापा पड़ा था।

अब्दुल अजीज के हथियारबंद समर्थकों ने इस्लामाबाद में सीडी और डीवीडी स्टॉलों में तोड़फोड़ की थी और कुछ चीनी नागरिकों को अगवा कर लिया था। इसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने 10 जुलाई, 2007 को मस्जिद पर छापेमारी का आदेश दिया था, जिसमें सेना को अजीज के हथियारबंद समर्थकों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था।

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