पाक प्रधानमंत्री ने धर्म को लेकर दिया हैरानीजनक बयान

Wednesday, Mar 15, 2017 - 12:14 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार को होली पर आयोजित एक समारोह के दौरान कहा कि जबरन धर्मांतरण और दूसरे धर्मों के पूजा स्थलों पर हमला करना इस्लाम में अपराध है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है और यहां धर्म को लेकर कोई युद्ध भी नहीं है। समारोह में शरीफ ने कहा, कौन स्वर्ग जाएगा और कौन नर्क यह किसी का काम नहीं है, लेकिन पाकिस्तान को स्वर्ग बनाना मुख्य काम है। पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों को दिए संदेश में शरीफ ने कहा कि कोई किसी दूसरे को एक खास धर्म अपनाने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। 

इस्लाम में हर शख्स को धर्म, जाति या संप्रदाय का भेदभाव किए महत्व दिया गया है और मैं यह साफ तौर पर कहता हूं कि किसी का जबरन धर्म परिवर्तन कराना इस्लाम में अपराध है और यह हमारा फर्ज है कि पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा करें। पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों पर हमले और हिंदू महिलाओं के जबरन धर्मांतरण की कई घटनाएं होती रही हैं। ऐसे में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का यह बयान काफी अहम और हैरानीजनक है।
इस समारोह में हिंदू समुदाय के कई बड़े नेता और अल्पसंख्यक सांसद मौजूद थे।

शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान में लड़ाई आतंकियों और उन लोगों के बीच थी जो देश को विकास करने देखना चाहते थे। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में धर्म को लेकर कोई लड़ाई नहीं है। अगर है तो वह आतंकवादियों, धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह करने वालों, बेगुनाह लोगों को मारने वालों और देश का विकास न चाहने वालों के खिलाफ है। शरीफ ने माना कि कुछ लोगों ने धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश जरूर की है, पर पाकिस्तान में हर इंसान को अपना धर्म मानने की छूट है। समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने केक भी काटा। 

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