चमत्कारः दुनिया में पहली बार मृत महिला के गर्भाशय ट्रांसप्लांट से बच्चे का जन्म (PICS)

Wednesday, Dec 05, 2018 - 12:01 PM (IST)

सिडनीः पहली बार एक मृत महिला के गर्भाशय ट्रांसप्लांट से दूसरी महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म देकर मेडिकल वर्ल्ड में इतिहास रच दिया है। डाक्टोरों द्वारा इसे किसी चमत्कार के समान माना जा रहा है। यह ऑपरेशन दो साल पहले ब्राजील में हुआ था। डॉक्टरों के अनुसार दुनिया में पहली बार ऐसा हुआ है। इससे पहले भी मृत महिला के गर्भाश्य ट्रांसप्लांट के जरिए ऐसा करने की कोशिश की गई, लेकिन उसमें डॉक्टरों को सफलता नहीं मिली थी। सोशल मीडिया पर इस बच्चे के जन्म की खबर तेजी से वायरल हो रही है। 

इस सफल ऑपरेशन के बाद पता चला है कि मेडिकल साइंस में इस तरह के ट्रांसप्लांट संभव हैं। इसके बाद उन हजारों महिलाओं एक नई उम्मीद मिली है, जो गर्भाशय की समस्याओं के कारण मां नहीं बन सकती हैं। इस ट्रांसप्लांट की सफलता से पहले तक इन्फर्टिलिटी और यूट्रस से जुड़ी समस्याओं से जूझ रही महिलाओं के पास मां बनने के सिर्फ 2 ही रास्ते थे- या तो वे बच्चे को गोद लें या फिर सरोगेसी का सहारा लें। द लांसेट मेडिकल जर्नल में छपी खबर के अनुसार यह ट्रांसप्लांट साओ पाउलो में सितंबर 2016 में किया गया था। उस समय बच्चे को जन्म देने वाली महिला की उम्र 32 वर्ष थी।

डोनर (मृत महिला) के गर्भाश्य को महिला की वेन्स से जोड़ा गया और आर्टरीज, लिगामेंट्स और वजाइनल कनाल को लिंक किया गया। अपना गर्भाश्य दान देने वाली मृत महिला की उम्र 45 वर्ष थी। दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई थी। डॉक्टरों ने बताया कि जिस महिला का गर्भाश्य ट्रांसप्लांट किया गया, वो एक सिंड्रोम के कारण बिना गर्भाश्य के पैदा हुई थी। डॉक्टर के अनुसार गर्भाश्य ट्रांसप्लांट के पांच महीने बाद ही महिला के सभी टेस्ट नॉर्मल थे। उनका अल्ट्रासाउंड नॉर्मल था और उन्हें पीरियड्स भी समय पर हो रहे थे। सभी टेस्ट नॉर्मल आने के बाद महिला के पहले से फ्रीज किए हुए एग्स को ट्रांसप्लांट के सात महीने बाद इंप्लांट किया गया और 10 दिन बाद उनकी प्रेगनेंसी कंफर्म हो गई।

महिला ने 35 हफ्तों बाद सी सेक्शन से बेटी को जन्म दिया। मृतक महिला के गर्भाश्य से बच्चे के जन्म का ये पहला मामला बताया जा रहा है। इससे पहले अमेरिका और तुर्की में भी इसके कोशिश की गई थी। लेकिन सभी 10 केस असफल रहे थे। वहीं गर्भाश्य ट्रांसप्लांट के जरिये पहले बच्चा 2013 में स्वीडन में पैदा हुआ था। वैज्ञानिकों के अनुसार अभी तक ऐसे 39 प्रोसीजर हुए हैं, जिनमें से 11 में बच्चों ने जन्म लिया है।   गौरतलब है कि गर्भाश्य ट्रांसप्लांट के जरिये महाराष्ट्र के पुणे में भी एक महिला बच्चे को जन्म दे चुकी है। खास बात यह है कि इस बच्ची ने अपनी नानी के गर्भाशय से जन्म लिया था, जिसने कभी उसकी मां को जन्म दिया था।


 

Tanuja

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