जिम्बाब्वे में चुनाव के बाद हिंसा, फायरिंग में 3 लोगों की मौत

Thursday, Aug 02, 2018 - 04:02 AM (IST)

हरारेः जिम्बाब्वे की राजधानी हरारे में सुरक्षाबलों ने प्रदर्शन कर रहे विपक्ष के समर्थकों पर गोलीबारी की। पुलिस के मुताबिक इस गोलीबारी में 3 लोगों की मौत हो गई है।

विपक्षी गठबंधन एमडीसी ने कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा है कि इसने रॉबर्ट मुगाबे के शासन के 'काले दिनों' की यादें ताज़ा कर दी हैं। एमडीसी ने सत्ताधारी ज़ानू-पीएफ़ पार्टी पर सोमवार को हुए चुनावों में धांधली करने का आरोप लगाया। संसदीय चुनाव के नतीजों में ज़ानू-पीएफ़ बड़ी जीत की ओर बढ़ती दिख रही है। परंतु अभी तक राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे अब तक जारी नहीं किए गए हैं। एमडीसी गठबंधन का दावा है कि सोमवार को हुए चुनावों में उनके राष्ट्रपति उम्मीदवार नेल्सन चामीसा को जीत हासिल हुई है। 

यूरोपीय संघ के पर्यवेक्षकों ने राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को जारी करने में की जा रही देरी को लेकर चिंता जताई है। राष्ट्रपति इमरसन मनंगाग्वा ने बुधवार को हुई हिंसा के लिए विपक्ष को ज़िम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि चुनावी प्रक्रिया में ख़लल डालने के मकसद से ये सब किया गया। गौरतलब है कि क़रीब 40 साल तक जिम्बाब्वे की सत्ता पर काबिज़ रहे रॉबर्ट मुगाबे की विदाई के बाद सोमवार को पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुए थे। क़ानून मंत्री ज़ियांबी ज़ियांबी का कहना है कि हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को तैनात किया गया था।

उन्होंने कहा, "सेना को वहां लोगों को डराने के लिए नहीं बल्कि क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया गया था. वो वहां पुलिस की मदद कर रही थी।"ताज़ा ख़बरों के मुताबिक़, सुरक्षाबलों ने राजधानी हरारे की घेराबंदी कर रखी है। ज़िम्बाब्वे के चुनाव आयोग के मुताबिक़, संसदीय चुनावों में ज़ानू-पीएफ़ ने अब तक 132 सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि एमडीसी गठबंधन को 59 पर जीत मिली है। नेशनल असेंबली के निचले सदन में 210 सीटें हैं। सोमवार को हुए चुनाव में पचास लाख से ज़्यादा लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान प्रतिशत 70 फ़ीसदी रहा।

Pardeep

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