15 की उम्र में पहली नौकरी और 34 में PM

Thursday, Dec 12, 2019 - 11:54 AM (IST)

कोपेनहेगन: फिनलैंड की नई प्रधानमंत्री सना मारिन 34 वर्षीय की हैं और दुनिया की सबसे कम उम्र प्रधानमंत्री हैं। सत्तारूढ़ सोशल डेमोक्रेट पार्टी की सदस्य मारिन पहले देश की ट्रांसपोर्ट मंत्री थीं। वह बेरोजगारों को हफ्ते में कम से कम 24 घंटे काम तय करने की समर्थक हैं। फिनलैंड के युवाओं को उनसे बहुत उम्मीद है।

बचपन में मुसीबतें झेलीं, 22 वर्ष की आयु में राजनीति में आईं  
सना मारिन 22 साल की उम्र में राजनीति में आई थीं। वह अपने ब्लाग में लिखती हैं कि उन्हें जेब खर्च और पढ़ाई के लिए नौकरी करनी पड़ी। पहली नौकरी उन्होंने 15 साल की उम्र में टेंपीर की एक बेकरी कंपनी में की। मैगजीन बांट कर हाईस्कूल की पढ़ाई का खर्च निकाला। ग्रेजुएशन के लिए दुकानों में कैशियर का काम किया। यूनिवर्सिटी की पढ़ाई के लिए सेल्समैन के तौर पर काम किया। 

सिंगल मां की बेटी
सना मारिन समलैंगिक मां की बेटी हैं। उनकी मां भी किसी अन्य महिला के साथ रिलेशन में रहीं और इसे लेकर उन्हें अपने जीवन में काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। सना का बचपन काफी मुश्किलों से घिरा रहा। बचपन में ही उनके लेस्बियन अभिभावकों का अलगाव हो गया था। 

ओलेक्सिये का रुतबा छीना
यूक्रेन के 35 वर्षीय प्रधानमंत्री ओलेक्सिये होंचरुक इसी साल 29 अगस्त को दुनिया के सबसे कम उम्र प्रधानमंत्री बने थे। मगर चार महीने में ही 34 वर्षीय मारिन ने उनसे यह रुतबा छीन लिया है। होंचरुक की जन्मतिथि 7 जुलाई 1984 है, जबकि मारिन की जन्मतिथि 16 नवम्बर 1985 है।
 

लैंगिक समानता में सबसे अच्छा रिकार्ड है फिनलैंड का
हेल्सिंगी यूनिवर्सिटी के जेंडर स्टडीज विभाग की लेक्चर्र एलिना पेंटिनेन के अनुसार बाकि दुनिया में अनेक महिलाओं का आगे बढऩा एक अपवाद ही होता है, वहां बूढ़े पुरुषों के हाथों में अधिकांश सत्ता होती है। हालांकि फिनलैंड भी अभी लैंगिक समानता के सभी मानक पूरे नहीं करता मगर यह इस मामले में दुनिया के सर्वोत्तम देशों में एक है। 

Anil dev

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