श्रीलंका के व्यापारियों का फूटा गुस्सा, कहा- “ राजपक्षे सरकार ने सब कुछ चीन को बेच डाला”

Wednesday, Apr 06, 2022 - 05:10 PM (IST)

कोलंबो: बढ़ती मुद्रास्फीति और बिगड़ती जीवन स्थितियों के बीच 1948 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। देश के सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौरान राष्ट्र व्यापी विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला भी जारी है। खाद्य विक्रेता श्रीलंका की राजपक्षे सरकार पर चीन को सब कुछ बेचने का आरोप मढ़ रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि देश के पास कुछ भी नहीं है क्योंकि उसने क्रेडिट पर दूसरे देशों से सब कुछ खरीदा है।

 

श्रीलंका का आर्थिक संकट कितना गहरा चुका है, इसका अंदाजा इससे लगा लीजिए कि मौजूदा वक्त में  ईंधन, रसोई गैस के लिए लंबी लाइन, आवश्यक वस्तुओं की कम आपूर्ति और घंटों की बिजली कटौती से जनता तंग आ चुकी है। एक फल विक्रेता फारुख  ने बताया कि तीन से चार महीने पहले सेब 500 रुपए किलो बिकता था, अब इसका दाम 1000 रुपए किलो है।नाशपाती पहले 700 रुपए किलो बिकती थी, अब यह 1500 रुपए किलो बिक रही है। लोगों के पास पैसे नहीं हैं।"

 

उन्होंने आगे कहा, "श्रीलंका सरकार ने चीन को सब कुछ बेच दिया, असल में यही सबसे बड़ी समस्या है। श्रीलंका सरकार दूसरे देशों से उधार पर सब कुछ खरीद रही है।"  व्यापारियों ने  असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि कीमतें हर दिन बढ़ रही हैं और उनके पास एक भी पैसा नहीं बचा है। एक खाद्य विक्रेता ने कहा, "कोई व्यवसाय नहीं है।गोटाबाया का कोई फायदा नहीं है और उन्हें जाने की जरूरत है।"  

 

 बता दें कि श्रीलंका भोजन और ईंधन की कमी के साथ एक गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है जिससे देशभर में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं। आवश्यक वस्तुओं की कमी के चलते श्रीलंका को मित्र देशों से सहायता लेने पड़ रही है। आर्थिक संकट को लेकर बढ़ते जन आक्रोश के बीच श्रीलंका के 26 सदस्यीय कैबिनेट मंत्रियों ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था।  

Tanuja

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