यूरोपीय संघ की चीन को फटकार- दक्षिण चीन सागर सुरक्षा और शांति खतरे में न डाले

Monday, Apr 26, 2021 - 12:56 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः यूरोपीय संघ ने चीन को फटकारते हुए कहा है कि वह दक्षिण चीन सागर  की सुरक्षा और शांति को खतरे में न डाले। यूरोपीय संघ ने चीन से सभी संबंधित पक्षों से  ट्राइब्बीयूनल के 2016 के फैसले का पालन करने का अनुरोध किया है। इस फैसले के तहत दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे को खारिज कर दिया गया था, लेकिन चीन इसे नहीं मानता है।


यूरोपीय संघ ने एक बयान में कहा कि हाल ही में विटसन रीफ में चीन के विशालकाय जलपोत की उपस्थिति सहित दक्षिण चीन सागर में तनाव क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए खतरा है। यूरोपीय संघ ने कहा कि वह क्षेत्रीय स्थिरता और नियमों पर आधारित व्यवधानथा को खतरे में डालने वाले किसी भी एकतरफा कार्रवाई का कड़ा  विरोध करता है।  यूरोपीय संघ ने  दक्षिण चीन सागर में चीन की गतिविधियों को क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए  खतरा होने का आरोप लगाया है।
शनिवार को एक बयान जारी कर यूरोपीय संघ ने  कहा कि चीन की एकतरफा व आक्रामक कार्रवाइयां अंतर्राष्ट्रीय नियमों  का उल्लंघन है ।

 

दक्षिण चीन मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार यूरोपीय संघ ने एक अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता न्यायाधिकरण  2016 के फैसले का भी उल्लेख किया जिसमें चीन के  दक्षिण चीन सागर पर  एकाधिकार के दावे को  खारिज किया गया है । यूरोपीय संघ ने आगे कहा कि  "हम सभी पक्षों से अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार  विशेष रूप से यूएनसीएलओएस के साथ शांतिपूर्ण तरीके से विवादों को सुलझाने का आग्रह करते हैं।

 

दक्षिण चीन मॉर्निंग पोस्ट ने आगे बताया कि इस बीच, फिलीपींस ने भी अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र में चीनी नौकाओं की उपस्थिति पर  विरोध को दोहराया। फिलीपींस  के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उनके समुद्री अधिकारियों ने विवादित स्प्रैटली द्वीप समूह और स्कारबोरो शोअल के आसपास चीनी मछली पकड़ने और मिलिशिया जहाजों की "निरंतर अनधिकृत उपस्थिति और गतिविधियों" को देखा है। यूरोपीय संघ के बयान के जवाब में ब्रसेल्स में चीनी दूतावास ने कहा कि चीनी नौकाएं "मछली पकड़ने और तेज हवाओं से बचने लिए आश्रय के लिए उस क्षेत्र में घुसी थीं ।

Tanuja

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