यूरोपीय संघ प्लास्टिक पर प्रतिबंध को सहमत, जानें प्रस्ताव और इसके फायदे

Thursday, Dec 20, 2018 - 03:40 PM (IST)

ब्रसेल्स: यूरोपीय संघ के देशों और यूरोपीय संसद ने समुद्र तटों पर प्रदूषण को कम करने के लिए एक बार इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक की चीजों पर प्रतिबंध लगाने पर सहमति जताई है। नए दिशा-निर्देशों के तहत यूरोपीय तटों पर बिखरी मिली प्लास्टिक की बनी 10 चीजों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। हालांकि, अभी इन निर्देशों को अंतिम मंजूरी नहीं दी गई है। यूरोपीय संघ ने समुद्री जीवन की रक्षा में मदद करने के लिये एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा है।यूरोपीय संघ का मानना है कि प्लास्टिक कचरा निर्विवाद रूप से एक बड़ा मुद्दा है और इस समस्या से निपटने के लिए यूरोपीय लोगों को एक साथ कार्य करने की आवश्यकता है। क्या है प्रस्ताव? कई प्रकार के उपायों के माध्यम से सुपर मार्कीट से एकल उपयोग प्लास्टिक को कम करना। प्लास्टिक की वस्तुओं में से कुछ को प्रतिबंधित करना तथा उनके स्थान पर अन्य स्वच्छ विकल्पों को उपलब्ध कराना, जिससे लोगों को अपने पसंदीदा उत्पादों का उपयोग करने में कोई परेशानी न हो।

उद्देश्य और प्रतिबंध के फायदे
इस प्रस्ताव का उद्देश्य कई सामान्य प्लास्टिक वस्तुओं के प्रयोग को रोकना है जिनमें स्ट्रॉ, कॉटन बड्स, कटलरी, गुब्बारे की स्टिक आदि शामिल हैं। प्रशासनिक निकाय 2025 तक रीसाइक्लिंग के लिए लगभग सभी प्लास्टिक की बोतलों को भी इकट्ठा करना चाहता है। यूरोपीय संघ का अनुमान है कि ये प्रतिबंध 3.4 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन से बचने में मदद करेगा । 2030 तक € 22bn (£ 19.2bn) के समतुल्य लागत वाले पर्यावरण के नुकसान को रोकने में सहायक होगा। इससे उपभोक्ताओं के € 6.5bn बचाने में मदद मिलेगी। इस प्रस्ताव को पारित होने से पहले 28 सदस्य राज्यों और यूरोपीय संसद द्वारा अनुमोदन की आवश्यकता होगी।

अपनाने होंगे कठोर उपाय
यूरोपीय संघ के प्रस्ताव के अनुसार प्रतिबंध के लिए कठोर उपाय करने होंगे जिन में प्लास्टिक प्लेटों और कपों से लेकर फास्ट फूड जैसे खाद्य उत्पादों की पैकेजिंग के लिए डिस्पोज़ेबल खाद्य कंटेनर और डाइनिंग वेयर को लक्षित किया गया है। इस योजना में कॉटन बड्स, प्लेटों और स्ट्रॉ जैसे एकल उपयोग प्लास्टिक वस्तुओं पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं की गई है। सदस्य देशों को एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के खाद्य कंटेनरों और सुपर मार्केट में बिक्री के लिए उपलब्ध कपों की संख्या को कम करने के लिए सक्रिय प्रयास करने की आवश्यकता होगी। प्रत्येक देश को एक शिक्षा अभियान शुरू करना होगा, जिसमें खाद्य उत्पादकों को उत्पादों पर स्पष्ट रूप से लेबल लगाने और उपभोक्ताओं को प्लास्टिक कचरे का निपटान करने के बारे में सूचित करने की आवश्यकता होगी। उत्पादकों को टिकाऊ सामग्रियों की बजाय डिस्पोज़ेबल प्लास्टिक उत्पादों को बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। प्लास्टिक उत्पादों का उत्पादन करने वाली कंपनियों को भी अपशिष्ट निपटान लागत में योगदान करने की आवश्यकता हो सकती है।

बता दें कि यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के प्रत्येक नागरिक द्वारा साल भर में औसतन 500 प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग किया जाता है। जर्मनी के पर्यावरण और प्राकृतिक संरक्षण संघ के अनुसार, विश्व के 25 फीसदी देशों में प्लास्टिक की थैलियों पर या तो प्रतिबंध है या फिर इन पर कर लगाया जाता है। इसके बावजूद समुद्र में प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण मौज़ूद हैं। चूँकि, समुद्री सतह पर इन प्लास्टिक कणों की संख्या बहुत ज्यादा है। इसका तात्पर्य यह है कि मछलियाँ इसे खाती हैं और उनके पेट में प्लास्टिक जमा हो जाता है, हो सकता है कि मछलियाँ प्लास्टिक के जमा होने के कारण भरे पेट भूखी मर जाएंगी। प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबंध का असर तब ही हो सकता है, जब उसका अच्छा विकल्प मौजूद हो। साथ ही प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने वाले नियमों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए।

Tanuja

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