एर्दोआन के सलाहकार का बयान, खशोगी की हत्या के बाद तरल में घोल दिया गया शव

Friday, Nov 02, 2018 - 05:16 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  खशोगी मर्डर केस को लेकर आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इसी के तहत आज तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब एर्दोआन के सलाहकार ने एक और चौंकाने वाला बयान दिया है। उनका कहना है कि इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद उनका शव टुकड़े-टुकड़े कर किसी घोल में डाल दिया गया। एर्दोआन के सलाहकार और तुर्की के सत्तारूढ़ दल के एक पदाधिकारी यासिन आकते ने एक दैनिक अखबार को बताया कि शव को केवल टुकड़े-टुकड़े ही नहीं किया गया था, बल्कि उसे ऐसे घोल में डाल दिया गया, ताकि शव का कोई अवशेष नहीं बच सके। 

तुर्की के अधिकारी के हवाले से यह खबर वॉशिंगटन पोस्ट में आई है, जिसके लिए खशोगी काम करते थे। अधिकारी अब यह पता लगा रहे हैं कि खशोगी के शव को तेजाब से तो नष्ट नहीं किया गया था। खशोगी के निकट रहे आकते ने कहा कि उनका मकसद शव का कोई चिह्न नहीं छोड़ना था। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की हत्या एक अपराध है और शव के साथ जो किया गया, वह दूसरा अपराध और अपमान है। तुर्की के अधिकारी के हवाले से वॉशिंगटन पोस्ट ने कहा है कि वाणिज्य दूतावास के बगीचे में 'जैविक साक्ष्य' मिला था। इससे यह संकेत मिलता है कि खशोगी की जहां हत्या की गई, वहीं उनके शव को नष्ट कर दिया गया। स्थानीय मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, सऊदी अरब के अधिकारियों ने वाणिज्य दूतावास के बगीचे की तलाशी की अनुमति तुर्की के पुलिस को नहीं दी, लेकिन विश्लेषण के लिए जल का नमूना लेने की अनुमति दे दी।

प्रिंस ने किया था अमेरिका फोन
वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, खशोगी के सऊदी दूतावास से लापता होने की खबर सार्वजनिक होने के बाद प्रिंस सलमान ने खुद अमेरिका फोन लगाकर स्थिति को समझाने की कोशिश की थी। हालांकि, उन्होंने अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन और ट्रम्प के दामाद जैरेड कुशनर के सामने खशोगी की नकारात्मक छवि पेश की।

Isha

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