अमेरिका में वेयरहाउस बूम से बढ़ी स्वास्थ्य चिंताएं

Friday, Mar 10, 2023 - 05:22 PM (IST)

वेयरहाउस डेवलेपरों ने दक्षिणी कैलिफोर्निया में आर्थिक समृद्धि का वादा किया था लेकिन लोगों का कहना है कि ये वेयरहाउस सार्वजनिक स्वास्थ्य में संकट और घटिया दर्जे के रोजगार के अलावा कुछ नहीं दे पाए.कोविड19 महामारी के दौरान अमेरिका में ई-कॉमर्स में आए उछाल से लॉजिस्टिक्स के इंफ्रास्ट्रक्चर पर जमकर निवेश हुआ था, खासतौर पर वेयरहाउसिंग यानी गोदाम बनाने और चलाने के काम में. इस साल लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में गिरावट की आशंका के बावजूद, वेयरहाउस (गोदाम) सेक्टर में तेजी कायम है. अमेजॉन जैसी विशाल कंपनियों ने दक्षिणी कैलिफोर्निया के बाहरी इलाकों में गोदाम खड़े कर दिए हैं, ये सस्ते ठिकाने दुनिया के दो व्यस्ततम बंदरगाहों से करीब हैं. एक अरब वर्ग फुट वाले इनलैंड एम्पायर क्षेत्र में, 2021 तक 4000 से ज्यादा गोदाम बन चुके थे. लॉजिस्टिक्स के प्रोजेक्टो को डेवलेपर, रोजगार पैदा करने वाला बताते हैं. लेकिन पर्यावरण और समुदाय के पक्षधर कार्यकर्ता इन ठिकानों के विनाशकारी असर को लेकर आगाह कर रहे हैं. पित्जर कॉलेज में पर्यावरणीय विश्लेषण की प्रोफेसर, सुजन फिलिप्स ने डीडब्लू को बताया, "ये एक ऐसी स्थिति है जिसमें हम प्रदूषण फैलाने वाले ऐसे संगठित निर्माण में निवेश जारी रखते हैं जो कि खासतौर पर काले-सांवले गरीब लोगों को प्रभावित करता है. इनमें से अधिकांश लोग लातिनी हैं. उनके बच्चे बाहर से खेल कर आते हैं तो उनकी नाक में खून बह रहा होता है. दमे की वजह से उनका स्कूल कई कई दिन छूट जाता है." एक्टिविस्टों ने राज्य सरकार से मांग की है कि समुदाय और पर्यावरण पर पड़ने वाले असर का विश्लेषण करने और उचित समाधान तलाशने तक, वेयरहाउसों यानी गोदामों का निर्माण स्थगित रखा जाए. ठिकाना या 'कुर्बानी' का केंद्र'? डीजल ट्रक, ट्रेनें और विमानों के जरिए देश के 40 फीसदी माल की ढुलाई इनलैंड एम्पायर इलाके में होती है. शोधकर्ताओं और सामुदायिक समूहों का मानना है कि इस परिवहन से निकल रहा प्रदूषण लोगों को बीमार कर रहा है. फिलिप्स कहती हैं, "लोग तभी इस इलाके को कुर्बानी का ठिकाना बोलने लगे हैं." दक्षिणी कैलिफोर्निया में स्थायित्व (सस्टेनेबिलिटी) के लिए गठित पित्जर कॉलेज की रॉबर्ट रेडफोर्ड कंजर्वेन्सी ने "वेयरहाउस सिटी" नाम से एक प्रोजेक्ट चलाया है. प्रोफेसर सुजन फिलिप्स इसकी निदेशक हैं. इस प्रोजेक्ट के मुताबिक इलाके के गोदामों में रोज़ाना छह लाख ट्रकों की आवाजाही होती है. इन गोदामों के ऑपरेशन से हर साल, तीन लाख पाउंड से ज्यादा डीजल पार्टिकुलेट मैटर (पीएम), तीन करोड़ पाउंड नाइट्रिक ऑक्साइड और 15 अरब पाउंड सीओटू निकलती है. सामुदायिक कार्रवाई और पर्यावरण न्याय केंद्र (सीसीएईजे), रॉबर्ट रेडफोर्ड कंजरवेन्सी और सियरा क्लब की एक रिपोर्ट ने इनलैंड एम्पायर के सैन बरनार्डिनो और रिवरसाइड काउंटियों में कैंसर, दमा और दूसरी बीमारियों की असाधारण रूप से ऊंची दरें पाई. पूरे देश में सबसे घटिया वायु गुणवत्ता भी इन्हीं काउंटियों में पाई गई है. सीसीएईजे की कार्यकारी निदेशक आना गोन्सालेस पहली बार पर्यावरणीय सक्रियता में तब शामिल हुई थी जब 2015 में उनके बेटे को दमा हो गया. वो वेयरहाउस बूम के शुरुआती दिन थे. गोन्सालेस और उनका परिवार, एक सीमेंट प्लांट और कैलिफोर्निया के उत्तरी रियाल्टो के दूसरे गंदे उद्योगों के पास ही रहते थे. आना गोन्सालेस ने डीडब्लू को बताया, "मैंने सोचा अपने बेटे की ठीक से देखभाल नहीं कर पा रही हूं, या मैं उसे ठीक से कुछ खाने को नहीं दे रही हूं." आखिरकार उन्होंने बच्चों के डॉक्टर से पूछा कि ब्रोंकाइटिस और निमोनिया के लिए उसे साल में पांच बार अस्पताल के चक्कर आखिर क्यों काटने पड़ रहे हैं. जैसा कि होना ही था, उसके टेस्ट आए तो पता चला की पीएम 2.5 की वजह से उसे दमे ने जकड़ लिया था." एक शिक्षिका के रूप में गोन्सालेस ये पहले ही जान चुकी थीं कि उनके करीब आधे शिक्षार्थियों को इन्हेलर की जरूरत थी. वेयरहाउस सिटी के मुताबिक, इनलैंड एम्पायर के सैकड़ों गोदाम स्कूलों से महज 1500 फुट के दायरे में हैं. झूठे वादे वेयरहाउस डेवलेपर और उनके समर्थक नेताओं ने साधारण, गरीब और लातिनी मूल के शहरियों के बीच गोदामों को आर्थिक विकास के लिए जरूरी बताया. द प्रेस एंटरप्राइज के लिए जनवरी में लिखे एक लेख में सैन बर्नार्डिनो काउंटी बोर्ड ऑफ सुवरवाइजर्स के सदस्य कुर्त हैगमैन ने दलील दी थी कि "वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स केंद्र, माल की ढुलाई का अनिवार्य हिस्सा हैं और रिवरसाइड और सैन बर्नार्डिनो काउंटियों में रोजगार मुहैया कराने वाला प्रमुख उद्योग है." इनलैंड एम्पायर इकोनॉमिक पार्टनरशिप (आईईईपी) के मुख्य अर्थशास्त्री मैनफ्रेड काइल ने डीडब्लू को बताया कि लॉजिस्टिक्स सेक्टर ने इनलैंड एम्पायर में फरवरी 2020 से 80 हजार और नौकरियां दी हैं यानी तमाम नये रोजगार में एक तिहाई हिस्सा उसका है. लेकिन फिलिप्स, गोन्सालेज और दूसरे आलोचक कहते हैं कि पर्यावरणीय कीमत और घटिया स्तर के रोजगार को देखते हुए ये तमाम कथित लाभ किसी काम के नहीं. फिलिप्स बताती हैं, "पैदाइश से ही बीमारियां और विकलांगता का दुष्चक्र घेरे रहता है." प्रदूषण की वजह से कमजोर फेफड़ों के साथ पैदा हुए या मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को गोदामों के पास बने स्कूलों में ठूंस दिया जाता है जहां उनकी सेहत और गिरती जाती है. फिलिप्स ये भी कहती हैं कि बच्चों को फिर गोदामों में भर्ती कर लिया जाता है. जहां उनसे इतना सख्त काम कराया जाता है कि उनमें शारीरिक विकलांगता आ जाती है. शोध बताते हैं कि इलाके में मुख्य रूप से सक्रिय अमेजन के गोदामों के मजदूरों में गंभीर चोटें लगने की दर दूसरी कंपनियों के मुकाबले दोगुनी है. गोन्सालेस और फिलिप्स इस बात पर भी जोर देती हैं कि मजदूरों की पगार काफी नहीं हैं. फिलिप्स कहती हैं, "ये नौकरियां असल में समूची आबादी को गरीबी में फंसाए रख रही हैं, उन्हें महज़ 17 या 18 डॉलर प्रतिघंटा मिलता है." गोन्सालेस बताती है कि लॉजिस्टिक्स कंपनियां, इनलैंड एम्पायर के कई समुदायों को लक्षित करती हैं क्योंकि आर्थिक विकास के लिए उनके पास और विकल्प थोड़े हैं. गोदामों पर इलाके की अति निर्भरता भी एक चिंता है. वहां काम की लगातार मांग बनी रहती है. फिलिप्स कहती हैं, "इस इलाके ने गोदामों पर जैसा निवेश किया है वो आप अपने शेयरों में कभी नहीं करेंगे." एक समन्वित समाधान इलाके के सभी सामुदायिक समूह अपने अपने गली-मोहल्लों में गोदामों का निर्माण रोके रखने की कोइश करते आ रहे हैं. लेकिन ये महसूस किया जाने लगा है कि ये तरीका टिकाऊ नहीं है. जनवरी में सीसीएईजे, रॉबर्ट रेडफोर्ड कंजर्वेन्सी और दर्जनों और पर्यावरणीय और सामुदायिक समूहों ने कैलिफोर्निया राज्य के गर्वनर गैविन न्युसम को एक चिट्ठी लिखी थी. इसमें मांग की गई कि इनलैंड एम्पायर में सार्वजनिक स्वास्थ्य की इमरजेंसी की घोषणा की जाए और वेयरहाउस निर्माण को दो साल स्थगित रखा जाए. चिट्ठी के मुताबिक, "प्रदूषण की वजह से हमारा जीने का अधिकार, दमा या दिल की बीमारी, मानसिक या प्रजनन समस्याओं से प्रभावित नहीं होना चाहिए. जिस हवा में हम सांस लेते हैं उससे बीमार न पड़ने का हमारा अधिकार है." राज्य के कुछ व्यापार संगठन वेयरहाउस निर्माण को स्थगित रखने की मांग से अहसमत हैं. आईईईपी के काइल ने डीडब्लू को भेजे ईमेल में लिखा, "उचित लागत लाभ विश्लेषण के बिना निर्माण स्थगित कर देने के गंभीर आर्थिक नतीजे होंगे. लॉजिस्टिक्स में रोजगार को प्रतिबंधित करने से उन सामाजिक-आर्थिक समूहों पर खासतौर पर चोट पहुंचेगी जिनकी ये रिपोर्ट मदद करने का दावा करती है." गर्वनर न्युसम को भेजी गई चिट्ठी में और भी मांगे की गई हैं. जैसे कि प्रभावित समुदायों पर और रिसर्च, और निर्माण की मंजूरी के लिए ज्यादा बड़ी और सख्त शर्ते. आना गोन्सालेस कहती हैं, "हमें उम्मीद है कि मोरेटोरियम यानी स्थगन का ऐलान हो जाएगा तभी हम इस सबके पीछे की साइंस को देख सकेंगे. शहरों और काउंटियों की योजनाओं पर नजर डाल सकेंगे और समाधानों का ऐसा रास्ता निकाल पाएंगे जिसमें गोदाम इंसानी जिंदगी की कीमत पर गोदाम न खड़े हों." रिपोर्टः टेडी ओस्ट्रो

यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे DW फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

DW News

Advertising