ट्रंप-किम मुलाकात:  पिघल रही तल्खियों की बर्फ, वैश्विक राजनीतिक समीकरण बदलने के संकेत

Monday, May 14, 2018 - 02:24 PM (IST)

नई दिल्ली (तनुजा तनु): परमाणु हथियारों को लेकर अमरीका के खिलाफ आग उगलने वाला व विश्व को तबाह करने की धमकी देने वाला उत्तर कोरिया का सनकी किंग किम जोंग उन अचानक ही बदल गया है। साल 2018 में एक के बाद एक किम अपने किरदार के विपरीत नया इतिहास रचता जा रहा है। इस साल में किम ने एेस काम काम कर डाले जो उत्तर कोरिया में दशकों से नहीं हुए थे। इसी के चलते अमरीका और उत्तर कोरिया के रिश्तों पर जमी तल्खियों की बर्फ धीरे-धीरे पिघलती जा रही है। 

किम जोंग उन ने परमाणु बम बनाने की ज़िद छोड़ दी है। अब किम और ट्रंप की मुलाकात होने जा रही है जो वैश्विक राजनीति के समीकरण बदलने के संकेत दे रही है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की मुलाकात का वक्त और जगह तय हो गई है। किम और ट्रंप सिंगापुर में मिलेंगे।  ट्रंप से मुलाकात से पहले किम अपना होम वर्क पूरा कर लेना चाहते हैं। इससे पहले एक अच्छी शुरुआत करते हुए किम ने उत्तर कोरिया में कैद अमरीकी नागरिकों को रिहा कर दिया है।   
कितना बदले किम
वर्ष 2017 में नार्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन ने कहा था- मेरे टेबल पे बटन है, कभी भी दबा दूंगा।. तो उसके जवाब में  ट्रंप ने कहा था- मेरे पास तुमसे भी बड़ा बटन है और ये काम भी करता है।  अब वर्ष 2018 में किम जोंग उन का कहना है- अगर अमरीका युद्ध को खत्म करने का वादा करे तो हमें अपने परमाणु हथियार रखकर मुश्किल में जीने की क्या जरूरत है? उधर,  ट्रंप कह रहे हैं- वो (किम जोंग उन) काफी खुले हुए हैं और हम जो देख रहे हैं, उससे लगता है कि वे एक बेहद सम्मानित इंसान हैं।

 चंद माह में आया एेसा बदलाव
किम और ट्रंप चंद महीनों में धधकते शोलों से शबनम की तरह नर्म हो गए हैं।  2017 में एक दूसरे को धमकाने वाले दोनों नेता अब एक दूसरे की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे हैं। वजह कुछ भी हो मगर दुनिया  के लिए ये राहत की खबर है।  दोनों की बैठक से पहले मोहब्बत की फिजा  बनाई जा रही है ताकि अमरीकी राष्ट्रपति और उत्तर कोरियाई मार्शल से जब मिलें तो पुरानी कड़वाहट को भुला कर खुशनुमा माहौल में बातचीत हो  सके। 

शर्त के साथ मुलाकात
उत्तर कोरिया के जिस तानाशाह की वजह से दुनिया पर तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा मंडरा रहा था वो अब परमाणु हथियारों को छोड़ने के लिए तैयार हो गया है। बस शर्त  ये है कि ट्रंप उसे वचन दें कि वो कोरियाई युद्ध को खत्म कर देंगे। हालांकि इसका फैसला अब उस महामिलन से होगा जो जून के पहले हफ्ते में होने को है।

 ट्रंप ने किम की मुश्किल की आसान
बता दें कि पिछले काफी वक्त से इस बात को लेकर बहस चल रही थी कि दोनों नेताओं की मुलाकात दुनिया के किस कोने में होगी. क्योंकि अपनी सुरक्षा की वजह से प्लेन के सफर से परहेज़ करने वाले किम जोंग उन के पास विकल्पों की कमीं थी।. लेकिन ट्रंप ने उसकी मुश्किल आसान कर दी और मुलाकात के लिए जगह तय कर दी। 

 मुलाकात से पहले  हर हलचल पर दुनिया की नजर
पूरी दुनिया इस मुलाकात से पहले की हर हलचल पर नज़र गड़ाए हुए है  क्योंकि ट्रंप और किम की मुलाकात अगर खुशनुमा माहौल में हुई तो ठीक वरना फिर से विश्वयुद्ध का खतरा मंडराने लगेगा।  क्योंकि खुद ट्रंप  कह चुके हैं कि अगर बातचीत का कोई हल नहीं निकला तो वो मीटिंग को बीच में ही छोड़ देंगे  और फिर वही करेंगे, जो अब तक वो करते आ रहे हैं।

Tanuja

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