दबाव में सोशल मीडिया की बड़ी कंपनियां

Thursday, Nov 02, 2017 - 06:09 PM (IST)

वॉशिंगटन: इस हफ्ते हुई तीन लंबी सुनवाइयों के दौरान फेसबुक, ट्विटर और गूगल ने स्वीकार किया कि रूस ने उनके प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर आव्रजन, बंदूक नियंत्रण और राजनीति जैसे मुद्दों पर विभाजन का प्रयास किया।  सदन के जांचकर्ताओं ने फेसबुक और ट्विटर पर जारी विज्ञापनों को जारी करते हुए दिखाया कि किस तरीके से साइबर घुसपैठ किया गया।  

कांग्रेस के जांचकर्ताओं के लिए कंपनियों की स्वीकारोक्ति और खुलासे पहली वास्तविक जीत है जो इस वर्ष की शुरुआत में चुनावों में रूस के हस्तक्षेप की जांच शुरू होने के बाद हो रहे विलंब से निराश थे। तीनों कंपनियों ने शुरू में रूस के खतरे को नकार दिया था, लेकिन सांसदों द्वारा दबाव बनाने और साबित करने के लिए कहने के बाद उन्होंने सुधार का संकल्प जताया है। कुछ दर्जन विज्ञापन जारी किए जाने से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ प्रदर्शन को बढ़ावा मिला।

Advertising