इंडोनेशिया विमान हादसे को लेकर विशेषज्ञों ने किया नया दावा

Sunday, Nov 04, 2018 - 11:23 AM (IST)

जकार्ताः इंडोनेशिया विमान हादसे को लेकर नई जानकारी सामने आई है। फ्लाइट-ट्रैकिंग डाटा के आधार पर कैल्कुलेशन करने वाले 3 विशेषज्ञों ने दावा किया है कि पिछले सोमवार को क्रैश हुआ प्लेन समुंद्र में 600 मील प्रति घंटे (करीब 1,000 किमी/घंटे) की रफ्तार से टकराया हो सकता है। । आपको बता दें कि इस विमान दुर्घटना में सभी 189 लोगों की मौत हो गई थी। इस बीच, हादसे में मारे गए लोगों के शवों और मलबे की तलाश कर रहे एक इंडोनेशियाई गोताखोर की भी मौत हो गई। बता दें कि  गतदिवस हादसाग्रस्त लॉयन एयरलाइंस के विमान का समुद्र में मलबा ढूंढने के दौरान एक गोताखोर स्याच्रुल एंटो (48) की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, विमान के मलबे और मृतकों के अवशेष ढूंढने के लिए गोताखोरों की टीम जावा समुद्र में अभियान चला रही है। एंटो भी इसी टीम में शामिल थे।

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइट-ट्रैकिंग कंपनी फ्लाइटरेडार 24 द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा का विश्लेषण करने पर पता चला है कि बोइंग कंपनी का यह प्लेन 45 डिग्री नीचे की तरफ झुकते हुए गिरा था। हालांकि प्लेन की स्पीड कितनी थी, इस बात की पुष्टि उसके फ्लाइट-डेटा रिकॉर्डर से होगी। हाल ही में इसे बरामद किया गया है और अभी विश्लेषण पूरा नहीं हुआ है। 
फिलहाल इंडोनेशिया के अधिकारियों ने एयरक्राफ्ट के ट्रैक या स्पीड के बारे में कोई डीटेल नहीं दी है। जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। फ्लाइटरेडार24 के डेटा के अनुसार जावा सी में टकराने से पहले प्लेन की रफ्तार 630 मील प्रति घंटे यानी 1,014 किमी प्रति घंटे की रफ्तार थी। जानकारों का कहना है कि मलबे के छोटे टुकड़ों से भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्लेन की रफ्तार कितनी ज्यादा रही होगी। इंडोनेशिया की जांच एजेंसी को बोइंग कंपनी के साथ अमेरिकी फेडरल एविएशन प्रशासन का भी सहयोग मिल रहा है। 

 

 

 
 

Tanuja

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