दादी ने किया मौत से सामना, बोलीं- मैं नरक से गुजरी, अनुभव जानकर दुनिया हैरान
punjabkesari.in Monday, Sep 02, 2024 - 02:18 PM (IST)
International Desk: इन दिनों एक दादी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। 64 साल की इस दादी का कहना है कि उसने मौत का सामना किया और वह पल-पल नरक से गुजरी है। उसके अनुभव केबारे में जानकर दुनिया हैरान है। शार्क केज के समुद्र में अकेले तैरना कैसा होता यह बताया 64 साल की लॉस एंजेल्स की मैराथन तैराक डायना न्याड ने जिन्होंने इस असाधारण चुनौती को पार किया और क्यूबा से फ्लोरिडा तक 100 मील की दूरी तैरकर पार की। यह उनका पांचवां प्रयास था, और इस बार उन्होंने बिना किसी शार्क केज के यह अद्वितीय उपलब्धि हासिल की।
डायना ने 64 साल की उम्र में 53 घंटे और 100 मील से अधिक दूरी तैरकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि 2 सितंबर को हासिल की। इस दौरान उन्होंने कई कठिनाइयों का सामना किया, जैसे पानी का खारा होना और शरीर का सूजना। लेकिन उन्होंने अपनी उम्र को केवल एक संख्या मानते हुए यह कारनामा कर दिखाया।डायना के अनुसार, "मैं नरक से गुजरी हूं। सांस लेना मुश्किल था और खारा पानी पीना और भी कठिन था। लेकिन आप कभी इतने बूढ़े नहीं होते कि अपने सपने को पूरा न कर सकें।" उनकी इस उपलब्धि ने साबित कर दिया कि मानसिक ताकत और हौसला उम्र की सीमाओं को पार कर सकता है।
क्यूबा से फ्लोरिडा तक का रास्ता, जिसे फ्लोरिडा स्ट्रेट्स कहा जाता है, लंबी दूरी के तैराकों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। यहां के समुद्री जीव जैसे शार्क और बॉक्स जेलीफिश, और अनिश्चित पानी की धाराएं इस यात्रा को और कठिन बनाती हैं। डायना ने 60 से 64 साल की उम्र तक इस यात्रा को पूरा करने के लिए पांच प्रयास किए, जिसमें से तीन बार उन्होंने मौत के सामने सामना किया। डायना ने इस यात्रा के बाद खेल में मानसिक ताकत की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अच्छी ट्रेनिंग के साथ उम्र के साथ-साथ एंड्यूरेंस भी बढ़ाया जा सकता है। इस अद्वितीय कारनामे ने साबित कर दिया है कि उम्र महज एक संख्या है और दृढ़ संकल्प और साहस से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।