2018ः प्राकृतिक आपदाओं से दहली दुनिया, भारत में भी मची तबाही

Monday, Dec 24, 2018 - 01:44 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क (तनुजा तनु) वर्ष 2018 में आई प्राकृतिक आपदाओं ने पूरी दुनिया को दहला कर रख दिया। इनमें भारत भारत भी अछूता नहीं रहा। केरल राज्य में आई बाढ़ और उत्तरी भारत में जानलेवा तूफान ने यहां जमकर तबाही मचाई। इसके अलावा इंडोनेशिया के भूकंप और जापान में आई बाढ़ के अलावा अमेरिका की भीषण आग और ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी विस्फोट की आपदाएं आदि शामिल हैं । इन जगहों पर मानव निर्मित आपदाओं से भी भीषण जानमाल का नुकसान देखने को मिला। जानें 2018 में कहां- कहां साल प्राकृतिक आपदाओं ने अपना कहर बरपाया।

फरवरी- पापुआ न्यू गिनी का भूकंप
साल 2018 में तबाही की शुरूआत फरवरी में पापुआ न्यू गिनी के सदर्न हाइलैंड्स प्रांत में आए भूकंप से हुई जिसमें काफी जान-माल का नुकसान हुआ। 7.5 मैग्नीट्यूड वाले इस भूकंप में 145 लोगों की जान गई। इस भूकंप के बाद कई जगहों पर भूस्खलन और आफ्टरशॉक्स देखने को मिले । समाचार रिपोर्ट्स के मुताबिक इस भूकंप से करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए थे।

मई-उत्तर भारत में तूफान
मई महीने में भारत के 2 बड़े राज्यों राजस्थान और उत्तर प्रदेश में आए तूफान ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली थी। इसमें कई घर और स्कूल की इमारतें गिर गई थीं। . कई जगहों पर आसमानी बिजली से भी नुकसान पहुंचा था इस तूफान से कम से कम 110 लोगों की मौत हो गई थी। मई-पाकिस्तान की लू बनी जानलेवा पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची में मई 2018 में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया था। लू से पाकिस्तान में कम से कम 180 मौतें हो गई थी। मरने वाले लोगों में निम्न वर्ग के बुजुर्ग और बच्चे ज्यादा थे।

जून-ग्वाटेमाला का ज्वालामुखी विस्फोट
जून माह की शुरुआत में ग्वाटेमाला का फुएगो ज्वालामुखी फट गया। इससे निकला लावा काफी तेजी से आसपास के इलाकों में फैल गया था। यहां से निकली गर्म गैसों और चट्टानों ने काफी नुकसान पहुंचाया। इन चट्टानों की गति 90 मील प्रति घंटा थी। इस आपदा में 425 लोगों की जान चली गई थी।

जुलाई-  भीषण आग, बारिश और भूकंप
जुलाई के आखिरी हफ्ते में ग्रीस के जंगलों में लगी आग से भीषण नुकसान हुआ था। इसमें कम से कम 126 लोगों की जान गई थी। कई लोगों की मौत आग में जलने से हुई तो कई लोग आग से बचने के लिए समुद्र में कूद कर मौत के आगोश में समा गए थे।

जापान में जुलाई माह में बारिश और भूस्खलन से काफी तबाही मची। यहां हुई बारिश से 220 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। पहाड़ों में हुई बारिश का पानी जापान के शहरों में तबाही लेकर आया। कई मैदानी इलाकों में बारिश ने अपना कहर बरपाया था ।

जुलाई के अंत में इंडोनेशिया में 6.4 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था। इसके बाद भी यहा कई बार भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे। इस आपदा में करीब 470 लोगों की मौत हुई थी। अगस्त को यहां 6.9 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था जिससे इंडोनेशिया के द्वीप लंबोक और पास के बाली में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली थी।

जुलाई के मध्य में म्यांमार के अधिकतर हिस्सों में आई बाढ़ से दर्जनों लोगों की मौत हो गई और करीब 148,000 लोग विस्थापित हुए। इसके उत्तरी राज्य कचिन में ही 25 हजार से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए जबकि दक्षिणी मोन राज्य में 15,884 लोगों ने आश्रयों में पनाह ली । साथ ही दक्षिणी क्षेत्र तनीन्थार्यी में बाढ़ से 5,895 लोग प्रभावित हुए थे।

अगस्त- केरल और उत्तर कोरिया की प्रलयकारी बाढ़
भारत के राज्य केरल में अगस्त माह में मॉनसून के समय आई बाढ़ ने 360 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी। एक अनुमान के मुताबिक यहां पर करीब 40 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। यह पिछले 100 सालों में आई सबसे भीषण बाढ़ थी।
 
उत्तर कोरिया में अगस्त महीने के अंत और सितंबर की शुरुआत में हुई जोरदार बारिश से बाढ़ और भूस्खलन हुआ था। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रेसेंट सोसाइटीज की रिपोर्ट के मुताबिक इस आपदा में कम से कम 151 लोगों की मौत हुई थी और 800 इमारतें बह गई थीं।

सितंबर- इंडोनेशिया  में भूकंप, सुनामी और नाइजीरिया की बाढ़
2018 में सितंबर के अंत में 7.5 मैग्नीट्यूड का भूकंप आया था और साथ में 20 फीट ऊंची सुनामी की लहरें भी उठी थीं। इससे इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में काफी तबाही मची और 2800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 3.30 लाख लोग बेघर हो गए थे।

नाइजीरिया में सितंबर के महीने में आई बाढ़ से 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। इस बाढ़ में लोगों के घर, सामान और जानवर बह गए थे। इस बाढ़ में 200 से ज्यादा मौतें हुई थीं। यहां 13 हजार से ज्यादा घर पानी में बह गए थे। बाढ़ से नाइजीरिया के 26 प्रांतों में से एक तिहाई राज्य पानी में डूब गए थे।

नवंबर- कैलिफोर्निया में आग से तबाही
अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगल में भीषण आग में कम से कम 88 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि आग की वजह से अमेरिकी राज्य के 300,000 से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा ।  कैलिफोर्नि याराज्य के इतिहास में इसे सबसे विनाशकारी आग बताया गया।. कैंप फायर ने पैराडाइज शहर को तबाह कर दिया है और करीब 6,700 इमारतों को नष्ट कर किया जिसमें ज्यादातर लोगों के घर शामिल थे।

दिसंबर- इंडोनेशिया में फिर मची तबाही
साल के अंत में इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने के कारण आई सुनामी से अब तक 281 लोगों की मौत हो चुकी है और 1000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सुनामी से पहले भूकंप नहीं आया और न ही क्षेत्र में कोई प्राकृतिक हलचल ही थी, जिसके कारण प्रशासन को अलर्ट जारी करने का मौका भी नहीं मिला। आने वाले दिनों में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

Tanuja

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