कोरोना को लेकर नया दावाः हवा से फैलता है वायरस, बंद जगहों में सबसे ज्यादा खतरा

Tuesday, Oct 06, 2020 - 05:26 PM (IST)

 लॉस एंजलिसः अमेरिका की शीर्ष जन स्वास्थ्य एजेंसी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस छह फुट की दूरी रखने पर भी फैल सकता है, खासकर बंद स्थानों या जहां हवा का प्रवाह खराब हो..लेकिन साथ ही एजेंसी के अधिकारियों ने इस बात पर भी जोर दिया कि संक्रमण का ऐसा प्रसार असामान्य है और अब भी सामाजिक दूरी के नियम कारगर हैं। रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के इस दावे पर हालांकि कई विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं।

 

उन्होंने कहा कि वायरस CDC द्वारा बताए तरीके से अधिक आसानी से फैल सकता और साथ ही उन्होंने लोगों से बड़े खुले स्थानों, जहां वे दूसरे लोगों से छह फुट से अधिक दूरी पर हों, पर भी मास्क पहनने की अपील की। ‘यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ' के डॉ. डोनाल्ड मिल्टन ने कहा, ‘‘ वायरस हवा के माध्यम से फैल रहा है और इससे स्पष्ट और कुछ नहीं हो सकता। आप छह फुट की दूरी पर भी सुरक्षित नहीं हैं। आप छह फुट से अधिक दूरी पर होने पर भी मास्क नहीं उतार सकते।'' सीडीसी कई महीनों से कह रहा है कि वायरस एक संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर हवा में फैलने वाली छोटी बूंदों (एयर ड्रोपलेट्स) से फैलता है।

 

CDC के सामाजिक दूरी के अधिकतर दिशा-निर्देश इस बात पर ही आधारित हैं कि दो लोग जिन्होंने मास्क नहीं पहना है, उनके बीच छह फुट की दूरी उचित है। एजेंसी ने वेबसाइट पर जारी की अद्यतन जानकारी में इस बात को स्वीकार किया कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों ने उनसे छह फुट से अधिक दूरी बनाए रखने वाले लोगों को भी संक्रमित किया। हालांकि सीडीसी ने ऐसे मामलों को ‘‘ सीमित, असामान्य परिस्थिति '' करार दिया है। सीडीसी के अधिकारियों ने बताया कि उन मामलों में लोग हवा के खराब प्रवाह और बंद जगह पर व्यायाम या गाना गाने जैसी गतिविधियों में लिप्त थे, जिससे उनकी सांसें तेज चलने लगी और वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में फैला।  

Tanuja

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