कोरोना वायरस के कारण सामने आया चीन का असली चरित्र: पोम्पियो

Monday, May 25, 2020 - 10:16 AM (IST)

वाशिंगटन: कोरोना वायरस संकट पर अमेरिका और चीन के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी का अधिनायकवादी और दुनियाभर में आधिपत्य जमाने की आकांक्षा का चरित्र उजागर हो चुका है।  पोम्पिओ ने स्काई न्यूज ऑस्ट्रेलिया से कहा, “इस कोरोना वायरस के कारण मुझे लगता है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का चरित्र उजागर हो चुका है।  हममें से जो भी यह देख रहा है वह दुनिया में इसके खतरे के बारे में बात कर रहा है। हमें अधिनायकवादी सत्ता का चरित्र मालूम है। हम जानते हैं कि जब पत्रकारों को बोलने की स्वतंत्रता नहीं दी जाती तब क्या होता है।”


उन्होंने कहा, “हमने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की दुनियाभर में आधिपत्य जमाने की आकांक्षा को भी देखा है। यह बेल्ट एन्ड रोड परियोजना (OBOR) के जरिए किया जा रहा हो या सरकार द्वारा प्रायोजित अन्य कामों के जरिये किया जा रहा हो।” पोम्पिओ ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिसंबर से लेकर इस साल फरवरी तक कोरोना वायरस के बारे में दुनिया से जानकारी छिपाने का काम किया है।

 

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने हांगकांग में विवादित नए सुरक्षा कानून को लागू करने के पक्ष में दलील देते हुए रविवार (24 मई) को कहा कि पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश पर गैरकानूनी रूप से “अत्यधिक विदेशी दखलंदाजी” के कारण चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। हांगकांग में नया सुरक्षा कानून लागू कर चीन उस पर अपना नियंत्रण पुख्ता करना चाहता है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने नए कानून को हांगकांग के लिए “मौत की घंटी” करार दिया था।

 

वांग ने हांगकांग में किसी भी प्रकार के विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि यह चीन का आंतरिक मामला है और किसी भी प्रकार की बाहरी दखलंदाजी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हांगकांग मसले पर गैरकानूनी रूप से अत्यधिक विदेशी दखलंदाजी के कारण चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है।
 

Tanuja

Advertising