कोरोना वायरस : तुर्की में 5 और लोगों की मौत,UAE में दो लोगों ने गंवाई जान

Saturday, Mar 21, 2020 - 10:33 AM (IST)

इस्तांबुल/दुबईः तुर्की में कोरोना वायरस से शुक्रवार को पांच और लोगों की मौत हो गई जिसके साथ ही देश में मृतकों की कुल संख्या नौ पर पहुंच गई है। राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोआन ने लोगों से ‘‘गैर जरूरी वजह'' से घर से बाहर न निकलने का अनुरोध किया है। स्वास्थ्य मंत्री फहरेत्तिन कोका ने टि्वटर पर कहा, ‘‘हमने पांच मरीजों को खो दिया जो उम्रदराज थे और उनकी प्रतिरक्षा क्षमता कमजोर थी।'' कोका ने बताया कि संक्रमित मामलों की संख्या 670 पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 3,656 मरीजों में से 311 संक्रमित पाए गए हैं।

 

सामाजिक दूरी बनाए रखने और घरों में प्रार्थना करने का अनुरोध
एर्दोआन ने लोगों से साफ-सफाई के नियमों का पालन करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने और घरों में प्रार्थना करने का अनुरोध किया है। करीब 8.3 करोड़ की आबादी वाले तुर्की ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्कूलों तथा विश्वविद्यालयों को बंद करने तथा मस्जिदों में एक साथ मिलकर नमाज पढ़ने पर पाबंदी लगाने समेत कई कदम उठाए हैं। वहीं, संयुक्त अरब अमीरात में कोरोना वायरस से शुक्रवार को दो लोगों की मौत हो गई। अबू धाबी में अभी तक 140 लोग संक्रमित पाए गए हैं जिनमें से 31 स्वस्थ हो गए।

 

हालांकि किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई। अमीरात समाचार एजेंसी ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य एवं रोकथाम मंत्रालय ने देश में कोविड-19 से पहली दो मौतों की घोषणा की है।'' इनमें से एक व्यक्ति 78 वर्षीय नागरिक था जो यूरोप से देश आया था। दूसरा शख्स 58 वर्षीय एशियाई नागरिक था जो यूएई का निवासी था और उसे पहले ही दिल की बीमारी थी और किडनी ने काम करना बंद कर दिया था। अन्य देशों की तरह यूएई ने भी यात्रियों के आगमन पर पाबंदियां लगाई है लेकिन शॉपिंग केंद्र और रेस्तरां जैसे सार्वजनिक स्थान अभी खुले हैं।

 


 वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ने के बावजूद ईरान के नेता आशावादी
ईरान के नेताओं ने शुक्रवार को फारसी नव वर्ष के उपलक्ष्य में दिए गए आशावादी संदेशों में कोरोना वायरस के प्रकोप से पार पाने की प्रतिबद्धता जताई जबकि देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने उसी दिन 149 और लोगों की इस वायरस से मौत की जानकारी दी। ईरान में करोना वायरस के चलते मरने वालों की संख्या 1,433 पर पहुंच गई है। ईरान पश्चिम एशिया में वायरस के प्रकोप का सबसे बुरी तरह शिकार होने वाले देशों में शुमार है जहां करीब 20,000 लोगों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। वायरस के प्रभाव को रोकने के लिये अपनी धीमी प्रतिक्रिया के कारण उसकी चौतरफा आलोचना भी हो रही है।

 

देश के शीर्ष नेता आयतुल्ला अली खमनेई ने नव वर्ष को ईरान की अर्थव्यवस्था के लिए “उत्पादन में उछाल का वर्ष” साबित होने वाला बताया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 2015 के परमाणु समझौते से बाहर होने और ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से ही देश की अर्थव्यवस्था संकट में है। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने भी नवरोज के तौर पर प्रसिद्ध नव वर्ष के मौके पर दिए अपने संदेश में बेहतर अर्थव्यवस्था का वादा किया। उन्होंने कहा, “हम एकजुटता, कड़ी मेहनत और सहयोग से बहुत जल्द कोरोना वायरस को पीछे छोड़ देंगे।”

 

रूहानी ने चौतरफा आलोचनाओं के मद्देनजर इस वैश्विक महामारी के प्रति अपनी सरकार की प्रतिक्रिया का बचाव किया है। उनकी सरकार पर आरोप हैं कि अधिकारियों ने बहुत धीमे कार्रवाई की और देश में संक्रमण तेजी से फैलने से पहले संभवत: शुरुआती मामलों को दबाया भी। उन्होंने इस मौके पर पिछले साल की कथित उपलब्धियों का भी विशेष उल्लेख किया जिनमें अमेरिका के उन्नत ड्रोन मिसाइल को मार गिराना और बगदाद में ईरान के शीर्ष जनरल की हत्या के जवाब में इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइलें दागना शामिल है। रूहानी ने ईरान वासियों को आश्वस्त किया कि उनका प्रशासन आने वाले साल में स्वास्थ्य को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करेगा और कहा कि उनके पास मूलभूत सामग्रियों का पर्याप्त भंडार है।  

Tanuja

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