शोधकर्ताओं का दावाः नई थेरेपी से कोरोना का ईलाज संभव, कोई साइड इफेक्ट भी नहीं !

Sunday, May 17, 2020 - 04:35 PM (IST)

वॉशिंगटनः विश्वभर के साइंटिस्ट कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वैज्ञानिक लगातार इसके ईलाज व वैक्सीन को लेकर रिसर्च कर रहे हैं। इस दौरान अमेरिका के सीडर-सिनाई मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना के ईलाज पर ऐसी रिसर्च की है जो इस महामारी से निपटने के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है। रिसर्च के मुताबिक कोरोना के मरीजों का इलाज हार्ट सेल थेरेपी से करने की तैयारी की जा रही है जिसमें लैब में विकसित हृदय की कोशिकाओं को मरीज के शरीर मे इंजेक्ट किया जाता है।

ये कोशिकाएं इम्मयून सिस्टम को मजबूत करती हैं.। शोधकर्ता दुआर्डो मार्बन के मुताबिक, ये कोशिकाएं एक खास तरह के एक्सोसोम्स शरीर मे छोड़ती हैं जो पूरे शरीर मे घूम कर कई बीमारियों में सूजन को कम करते हैं। इस थेरेपी को CAP-1002 भी कहते हैं जिसमे कार्डियोस्फेयर डेराइव्ड सेल्स का इस्तेमाल किया जाता है। ये कोशिकाएं लैब में इंसान के दिल के टिशू से बनाई जाती हैं। शुरुआती प्रयोग में इस थेरेपी की मदद से कुछ कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं। इतना ही नही शोधकर्ताओं के मुताबिक किसी भी मरीज में इस थेरेपी से कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है।

जर्नल बेसिक रिसर्च इन कार्डियोलॉजी में छपीइस रिसर्च के मुताबिक इस थेरेपी का प्रयोग कोरोना के 6 मरीजों पर किया गया जिन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। इस थेरेपी की मदद से इनमे से 5 मरीज जो वेंटिलेटर पर थे उन्हें ठीक किया गया और एक मरीज को ऑक्सिजन की ज़रूरत नही पड़ी. थेरेपी के 3 हफ्ते के बाद सभी 6 मरीजों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इस शोध में अहम भूमिका निभाने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि इस रिसर्च को अब बड़े स्तर पर ट्रायल करने की तैयारी की जा रही है।

Tanuja

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