गरीबी का जवाब कंप्यूटर नहीं, मुर्गे हैं: गेट्स

Saturday, Jun 11, 2016 - 11:23 AM (IST)

वाशिंगटन : अति गरीबी को मिटाना चाहते हैं? अरबपति उद्योगपति बिल गेट्स का कहना है कि दुनिया में अति गरीबी का जवाब कंप्यूटर नहीं मुर्गे हैं। यानी उनके अनुसार अगर अगर दुनिया के अति गरीब लोगों के जीवन स्तर को सुधारना है तो सबसे बढिय़ा चीज है कि उन्हें कुछ मुर्गे मुर्गियां पालन के लिए दी जाएं न कि इंटरनेट या कंप्यूटर। माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक गेट्स ने अपनी वेबसाइट गेट्सनोट्स डॉट काम पर कहा है,‘मेरे लिए यह बिल्कुल स्पष्ट है कि अगर कोई व्यक्ति अति निर्धनता में जी रहा है तो उसके लिए सबसे अच्छा यही होगा कि उसके पास कुछ मुर्गे मुर्गियां हों।’
 
दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति गेट्स ने कहा कि उनके बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने हाल ही में वैश्विक विकास समूह हेइफर इंटरनेशनल से गठजोड़ किया है जिसके तहत उप सहारा अफ्रीकी क्षेत्र में उन परिवारों को 1,00,000 चूजे बांटे जाएंगे जो कि दो डॉलर प्रति दिन से भी कम आजीविका पर जीवन यापन कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गेट्स हर घर तक कंप्यूटर पहुंचाने के अभियान में भी जोर शोर से लगे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि मुर्गीपालन से जहां परिवारों को बेहतर रिटर्न मिलता है, उनका देखभाल खर्च कम है और अंडों व मांस से सम्बद्ध परिवार के पोषण में भी सुधार हो सकता है। 
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