पश्चिमी प्रशांत महासागर में पहुंचा चीन का युद्धपोत

Tuesday, Dec 27, 2016 - 11:34 AM (IST)

पेइचिंगः चीन के लड़ाकू विमानों से लदा विमान वाहक युद्धपोत लिआओनिंग पश्चिमी प्रशांत महासागर में पहुंच गया है। जापान और ताइवान ने इसकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का दावा किया है। जापान के चीफ कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने कहा कि यह चीन की साम्राज्यवादी विस्तार की नीति दर्शा रहा है। इस युद्धपोत की शासियत ये है कि ये 6 मिसाइल पंखों के नीचे ले जाने के अलावा 6 मिसाइलें व 8 टन हथियार ले जाने में सक्षम है।

इसकी उड़ान की रेंज 1250किमी है और इसकी कीमत 7करोड़ डॉलर तक हो सकती है। राडार को चकमा देने में सक्षम-दो इंजन वाले इस विमान का पिछला संस्करण जे-31 था। नया विमान रडार को चकमा देने में सक्षम है। इसकी कीमत मंहगी इसलिए रखी गई  है, ताकि यूरोफाइटर टायफून सरीखे चौथी पीढ़ी के कहीं ज्यादा महंगे लड़ाकू विमानों की तुलना में बाजार पर कब्जा जमाया जा सके।

डिफैंस एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन का विमान एफ-35 के सामने नहीं टिकता। क्योंकि इस विमान का इंजन ही सामान्य क्वालिटी का है । ऐसी टैक्नोलॉजी में चीन का एक्सपीरियंस भी कम है। जो मॉडल उसने दुबई में प्रदर्शित किया था, उसमें रूस का इंजन लगा था। 
 

Advertising