दुनिया को ' गुलाम' बनाने के लिए चीन बना रहा खतरनाक चिप, जानें कैसे करेगी काम

Saturday, Jun 08, 2019 - 01:14 PM (IST)

बीजिंगः विश्व की महाशक्ति बनने की इच्छा रखने वाला चीन इन दिनों एक ऐसी चिप तैयार कर रहा है जो पूरी दुनिया को ' दिमागी गुलाम' बना सकती है। चीन में तीसरे वर्ल्ड इंटैलिजेंस कांग्रेस के आयोजन में एक ऐसी तकनीक सामने आई जिससे हर कोई हैरान रह गया। अगर ये विधि कारगर हो गई तो यह इंसानी दुनिया का भविष्य बदलकर रख सकती है। चीन की यह तकनीक इंसानों को चलता-फिरता कंप्युटर तो बना देगी जो पूरी दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

गजब की है तकनीक
चीन की ये तकनीक गजब की है। वर्ल्ड इंटैलिजेंस कांग्रेस में चीन ने इसे ब्रेन रीडिंग चिप के तौर पर पेश किया है। इसका वैज्ञानिक नाम है बीसी3 यानि ब्रेन कंप्युटर कोडेक चिप। वैसे बोलचाल में इसे ब्रेन टाकर कहा जा रहा है। ये बहुत छोटी लेकिन जबरदस्त स्पीड से काम करने में सक्षम चिप होगी। इस चिप के जरिए ब्रेन कंप्युटर इंटरफेस (बीसीआई) तैयार किया जा सकेगा। वैसे ये कांसैप्ट नया नहीं है। वैज्ञानिक इससे पहले भी बीसीआई डिवाइस बना चुके हैं, जिससे पैरालाइज व्यक्ति अपने रोबोटिक हाथ को नियंत्रित कर सकते हैं लेकिन अब तक कोई ऐसी चिप नहीं बनी जो आपके दिमाग में झांक सके या दिमाग को बाहुबली बना दे।

ब्रेन के इशारों पर नाचेगी दुनिया
चीन के वैज्ञानिकों का् कहना है कि केवल कंप्युटर ही क्यों बल्कि कंप्युटर आधारित कोई भी डिवाइस, स्मार्टफोन बगैर हमारे हरकत में या कोई बटन दबाए बगैर हमारी मर्जी से संचालित होने लगेंगे। मान लीजिए आपने अपने दिमाग में ताजमहल की कोई जानकारी चाही तो आपके कंप्युटर की सक्रीन पर तुरंत ताजमहल की सारी जानकारी दिखने लग जाएगी। इसी तरह अगर किसी डॉक्टर को कॉल करना चाहते हैं तो चिप से जुड़ा स्मार्टफोन तुरंत आपके बोले बस आपने दिमाग की बात समझ कर डॉक्टर को फोन घुमा देगा। अगर ये चिप किसी नेटवर्किंग या सर्वर या मास्टर कंट्रोल रूम से जुड़ा होगा तो ये सारी बातें वहां भी बखूबी रिकार्ड होती रहेंगी।

 इंसान बन जाएंगे डिजिटल कैदी 
यह चिप अदृश्य तौर पर  इंसानों को हमेशा के लिए डिजिटल कैदी बन जाएंगे। और चिप अगर आपकी हर गतिविधि को रिकार्ड करेगी तो आप मुसीबत में भी फंस सकते हैं और आप पर हमेशा एक अदृश्य नजर रहेगी। कैसे करेगी काम चिप लगते ही ब्रेन से आने वाली तरंगें ही कंप्युटर को संचालित करेंगी और ये आपके निर्देशों को ग्रहण करेगा। सिगनल कैसे बनेंगे और कैसे कंप्युटर तक पहुंचेंगे, इसकी अपनी प्रक्रिया होगी।वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रेन टॉकर कहा जाने वाला ये चिप पहले दिमाग के अंदर सेरेब्रल कोर्टेक्स में पैदा होने वाले हर छोटे से छोटे इलैक्ट्रॉनिक आवेगों को पकड़ेगा।फिर इन्हें सिगनल में बदलेगा, जिसे कंप्युटर की ओर भेजा जा सकेगा।



होगी विश्व की पहली ब्रेन कंप्युटर कोडेक चिप
ये विश्व की पहली ब्रेन कंप्युटर कोडेक चिप (बीसी3) है। में, इस तकनीक का इस्तेमाल पढाई, गेमिंग और मेडिकल डिवाइस के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।ये उन तमाम लोगों के लिए तो बहुत उपयोगी हो सकती है जो चल फिर भी नहीं सकते, उन्हें बोलने में दिक्कत होती है।अगर आपके शरीर के किसी हिस्से में कोई दिक्कत है, तो आपका ब्रेन सीधे वो जानकारी कंप्युटर को भेज सकेगा, जिसे आसानी से डॉक्टर समझ सकेंगे और इलाज में आसानी रहेगी।

पहुंचा सकती है जेल 
अगर चिप के जरिए दिमाग को पढा जान लगेगा तो आपकी प्राइवेसी तो खत्म होगी बल्कि अगर आपके दिमाग में कोई साजिश या ऐसी योजना पल रही है, जिससे व्यवस्था को खतरा हो सकता है तो आप पकड़े भी जा सकते हैं। ये भी संभव है कि चिप लगाते ही आप किसी सर्वर या मास्टर कंट्रोल रूम से जुड़ जाएं. जो आपकी हर हरकत पर बारीक नजर रखे. यानि ये चिप आने वाले समय में आपको अगर बंधुआ बना सकती है तोया आपकी जिंदगी को खुली किताब भी बना सकती है, जहां जो कुछ आपका अपना है वो पराया हो जाएगा।

Tanuja

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