17555 तिब्बतियों को दूसरी जगह बसाएगा चीन, अफगानिस्‍तान को भी शीशे में उतारने का प्लान

Tuesday, Jun 28, 2022 - 06:29 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन का तिब्बतियों के खिलाफ दमनात्‍मक रवैया जारी है। चीन किसी न किसी बहाने  तिब्‍बत के मूल निवासियों और उनकी संस्‍कृति पर लगातार कुठाराघात कर रहा है। अब दक्षिण पश्चिम चीन में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के नागकू शहर के ऊंचाई वाले स्थानों से चीन लगभग 17,555 तिब्बतियों को एक पुनर्वास योजना के तहत दूसरी जगह बसाएगा।

 

चीन का दावा है कि वह ऐसा इनके रहने की स्थिति में सुधार और क्षेत्र के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करने लिए कर रहा है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अगले डेढ़ महीने में समुद्र तल से औसत 4500 मीटर ऊंचाई पर रहने वाले लोगों को औसत 3600 मीटर की ऊचाई वाले शैनन सिटी में स्थानांतरित किया जाएगा। दरअसल चीन को तिब्‍बत की स्‍वाय‍त्‍तता को लेकर बराबर डर बना रहता है। यही कारण है कि शी चिनफ‍िंंग की सरकार का तिब्‍बत पर दावे को लेकर बेहद आक्रामक रुख रहा है।  यही नहीं श्रीलंका और पाकिस्‍तान के बाद चीन अब अफगानिस्‍तान को भी शीशे में उतारने की कोशिशें कर रहा है। 

 

क्षेत्रीय वानिकी और चारागाह प्रशासन के निदेशक वु वी ने बताया कि लोग शहर में कड़ाके की ठंड वाले मौसम व अपेक्षाकृत पिछड़े उत्पादन वाले क्षेत्र में रह रहे थे, जहां घास खत्म हो चुकी थी। पुनर्वास योजना के तहत उन्हें एक जनकेंद्रित विचार के साथ पारिस्थितिकी संरक्षण और बेहतर जीवन की मांग के अनुरूप स्थान पर बसाया जा रहा है। मीडिया के अनुसार आठ साल में करीब 100 तिब्बती शहरों के 1,30,000 लोगों को पुनर्वास योजना के तहर कवर किया जाएगा।

 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन अब अफगानिस्तान पर भी डोरे डालने में जुटा है। अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल में स्थित चीनी दूतावास अफगान कारोबारियों को वीजा देने की तैयारी कर रहा है। अफगानिस्तान में बीजिंग के राजदूत ने इसकी पुष्टि की। स्थानीय मीडिया के अनुसार, चीन के राजदूत वांग यू और तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के बीच इस संबंध में बातचीत हुई।

 

Tanuja

Advertising