चीन ने सोशल मीडिया पर इस धर्म की बुराई करने से पर लगाई रोक,जानें वजह

Friday, Sep 22, 2017 - 01:05 AM (IST)

बीजिंगः सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चीन ने इस्लामोफोबिक यानी इस्लाम की बुराई में इस्तेमाल किए गए शब्दों को बैन कर दिया है। चीन की आधिकारिक मीडिया ने इसकी जानकारी दी। ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, 'चीनी इंटरनेट यूजर्स की ओर से इस्लाम की बुराई करने के लिए बनाए गए शब्दों को विरोध के बावजूद बैन कर दिया गया है।' ये बैन एक टोल बूथ पर कुछ मुस्लिम लोगों के साथ कथित रूप से हुए विवाद के बाद लगाया गया है।

इंटरनेट यूजर्स इस्लामोफोबिक शब्दों को बैन को सरकार की ओर से मुस्लिम अल्पसंख्यकों को खुले रूप से समर्थन देने वाला बताया है। उन्होंने इसे पक्षपात पूर्ण बताया है। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ सालों में चीन में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ असंतुष्टि और डर बढ़ा है। अब लोग सरकार की ओर से मुस्लिम समुदाय को समर्थन करती नीतियों का विरोध करते हैं लेकिन इस कदम का स्वागत भी किया गया है। 

टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग मिंजू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर शियॉन्ग कुन्झिन ने कहा, 'ये जरूरी है कि समय रहते मुस्लिम समुदाय के लिए ऑनलाइन नफरत और कट्टरता फैला रहे समूहों को रोका जाए। ये धार्मिक सद्भाव को खतरे में डाल रहे हैं।' शियॉन्ग ने कहा कि इस्लामोफोबिक शब्द लोगों के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत नहीं आते हैं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता चीन की सरकार के कानून और नियम के तहत होने चाहिए। 

चीन में तकरीबन 70 करोड़ से अधिक इंटरनेट यूजर्स हैं। चीन में ऐसी कोई भी सामग्री जो या तो सरकार के खिलाफ हो या देश के हित में न हो तो उसे, सरकार ब्लॉक कर देती है। पड़ोसी देश में ट्विटर, फेसबुक और गूगल पर भी बैन है। बता दें, चीन में मुस्लिमों की कुल संख्या 2 करोड़ से ऊपर हैं। चीन के शिनजियांग में यूघर समुदाय और निन्झिया क्षेत्र में हुई समुदाय रहते हैं।

चीन इस वक्त शिनजियांग प्रांत में ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। यहां यूघरों ने हान समुदाय की बढ़ती बस्तियों पर आपत्ति जताई थी। जानकारी के मुताबिक, इस क्षेत्र अभी भी काफी अशांत है। चीन की तरफ से ईटीआईएम पर आरोप है कि उसने शिनिजियांग और चीन के कुछ दूसरे प्रांतों पर आतंकी हमलों का जिम्मेदार रहा है। 
 

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