अपनी हरकतों से बाज नहीं आया चीन, उत्तर कोरिया की चोरी सहायता करते दिखे 6 जहाज

Saturday, Jan 20, 2018 - 12:44 PM (IST)

वॉशिंगटनः चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा । हर समय कुछ न कुछ बुरा करने की साजिशों के बीच अमरीकी खुफिया विभाग ने चीन के 6 जहाजों को उत्तर कोरिया की सहायता करते हुए पाया है। अमरीकी अधिकारियों ने सैटलाइट और अन्य खुफिया तरीकों से चीन के इन कार्गो शिप्स के बारे में जानकारियां इकट्ठा की हैं। दुनिया के सामने भले ही चीन यह दिखा रहा है कि वह उत्तर कोरिया पर लगे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन वह चोरी-छिपे प्योंगयांग की मदद कर रहा है।

वॉल स्ट्रीट जर्नल की खबर के अनुसार अमरीकी खुफिया विभाग की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सभी कार्गो शिप्स चीन की कंपनियों के हैं। इंटेलिजेंस द्वारा जुटाए गए सभी सबूतों को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति के सामने पेश किया गया है। इन सबूतों को पेश करने के बाद अमरीकी ने सभी 10 कार्गो शिप्स को पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का उल्लंघन करने का आरोप लगाने की मांग की। चीन ने अमरीकी की इस मांग पर संयुक्त राष्ट्र को 4 जहाजों को ब्लैकलिस्ट करने की अनुमति दे दी लेकिन उसने साथ ही यह कहा कि बाकी के 6 जहाज चीनी कंपनियों के नहीं है।

गैरकानूनी तरीके लिजाया जा रहा है कोयला
संयुक्त राष्ट्र को दी गई इंटेलिजेंस रिपोर्ट, फोटो और नक्शों के मुताबिक चीन के ये जहाज गैरकानूनी तरीके से उत्तर कोरिया से कोयला ले जा रहे थे और इन्हें रूस, वियतनाम या अन्य जहाजों को ट्रांसपॉर्ट कर रहे थे। कुछ पोतों ने लोकेशन छिपाने के लिए अपने ऑटोमैटिक आइडेंटिफ़िकेशन सिस्टम को बंद कर लिया था। वहीं चीन ने 6 कार्गो शिप्स में से 4 के मैनेजर और मालिकों से पूछताछ की है जिनमें से किसी एक को गिरफ्तार भी किया गया है। 

बता दें कि अमरीका ने उत्तर कोरिया द्वारा किए जा रहे लगातार मिसाइल और परमाणु परीक्षण के कारण उस पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वोट किया था। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध लगाए थे। इन प्रतिबंधों से उत्तर कोरिया के बड़े निर्यातों को निशाना बनाने के साथ ही उसे तेल की आपूर्ति में 30 फीसदी की कटौती की गई थी। प्रस्ताव 2375 का मसौदा अमेरिका ने तैयार किया था। 

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