कंगाल पाकिस्तान को आर्थिक संकट में अब गधों और कुत्तों का सहारा !

Wednesday, Oct 05, 2022 - 04:39 PM (IST)

पेशावरः कंगाली से जूझ रहा पाकिस्तान आर्थिक संकट से  उबरने के लिए हर कोशिश  में जुटा हुआ है।  इसी कड़ी में पाकिस्तान अबमंदहाली से निकलने के लिए गधों और कुत्तों का सहारा ले रहा है।  चीनी अधिकारियों ने एक संसदीय समिति को बताया कि पाकिस्तान अब देश के गधों और कुत्तों के आयात से धन की कमी दूर करने की सोच रहा है। पाकिस्तान के टीवी चैनल जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को वाणिज्य मंत्रालय और सीनेट की स्थायी समिति के अधिकारियों के बीच आयात और निर्यात पर एक ब्रीफिंग के दौरान इसके सदस्यों में से एक दिनेश कुमार ने कहा कि चीन ने पाकिस्तान से गधों के साथ-साथ कुत्तों को भी आयात करने में रुचि व्यक्त की है।

 

सीनेटर अब्दुल कादिर ने समिति को यह भी बताया कि चीनी राजदूत ने भी कई बार पाकिस्तान से मांस निर्यात करने की बात कही थी। समिति के सदस्यों में से एक ने यह भी सुझाव दिया कि चूंकि अफगानिस्तान में जानवर तुलनात्मक रूप से सस्ते हैं, इसलिए पाकिस्तान वहां से आयात कर सकता है और फिर मांस को चीन को निर्यात कर सकता है। हालांकि, पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों ने समिति को सूचित किया गया था कि अफगानिस्तान से जानवरों के आयात पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है क्योंकि पड़ोसी देश में जानवरों में लंपी वायरस से पैदा हुए त्वचा रोग की खबरें आई हैं।

 

गधों में चीन की गहरी दिलचस्पी इसलिए है क्योंकि वे पारंपरिक चीनी दवाओं 'ईजाओ' या जिलेटिन के निर्माण में जानवरों की खाल का उपयोग करते हैं। माना जाता है कि इसमें औषधीय गुण होते हैं और पारंपरिक रूप से रक्त को पोषण देने और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। पाकिस्तान के पास गधों की दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी है। वर्तमान में 57 लाख जानवर हैं। पहले भी जानवरों को चीन को निर्यात कर चुका है।

Tanuja

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