चीन, भारत को सीमा समझौतों का पालन करना चाहिए : चीनी विदेश मंत्रालय

Monday, Feb 14, 2022 - 10:47 PM (IST)

बीजिंगः चीनी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि चीन और भारत को सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बरकरार रखने पर हुए सीमा समझौतों का पालन करना चाहिए। दरअसल, कुछ दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिखित समझौतों का चीन द्वारा सम्मान नहीं किये जाने के चलते एलएसी पर मौजूद स्थिति के लिए बीजिंग को जिम्मेदार ठहराया था, जिसके बाद चीन ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की है। 

जयशंकर ने अपनी आस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिस पायने के साथ शनिवार को मेलबर्न में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीमा पर सैनिक जमा नहीं करने का भारत के साथ 2020 में किये गये लिखित वादों का चीन द्वारा सम्मान नहीं किये जाने के चलते एलएसी पर यह स्थिति उत्पन्न हुई। 

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने जयशंकर के बयान पर एक पश्चिमी देश के पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘चीन-भारत सीमा मुद्दे पर, चीन ने हमेशा ही कहा है कि हमें उन संधियों और समझौतों का पालन करना चाहिए, जिन पर हमने हस्ताक्षर किये हैं तथा हमें सीमावर्ती क्षेत्र में संयुक्त रूप से शांति एवं स्थिरता कायम रखनी चाहिए।'' 

वांग ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि लंबित मुद्दों को हल करने के लिए दोनों पक्ष सैन्य एवं कूटनीतिक माध्यमों से संवाद जारी रखेंगे।'' उन्होंने पूर्वी लद्दाख गतिरोध पर बीजिंग के अक्सर दोहराये गये रुख का जिक्र किया और कहा कि इसके लिए चीन जिम्मेदार नहीं है। 

उन्होंने सीमा पर भारत और चीन के बीच झड़प पर मेलबर्न में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान की सदस्यता वाले क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई चर्चा तथा सीमा पर जारी टकराव के लिए जयशंकर द्वारा चीन को जिम्मेदार ठहराने के बारे में एक अन्य सवाल के जवाब में यह कहा। वांग ने कहा, ‘‘अब दोनों पक्ष सीमा प्रबंधन बेहतर करने पर और विश्वास बहाली के उपायों पर संवाद कर रहे हैं। '' 

चीनी विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर अद्यतन की गई वांग की टिप्पणी में कहा गया है, ‘‘हमें उम्मीद है कि दोनों पक्षों द्वारा हस्ताक्षर किये गये कई समझौतों का भारतीय पक्ष पालन करेगा और गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी करने से बचेगा तथा ठोस कार्यों के जरिए सीमा क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता कायम रखेगा।'' 

Pardeep

Advertising