चीन ने तिब्बती पार्टी के सदस्यों की धार्मिक गतिविधियों पर लगाया प्रतिबंध

Monday, Nov 29, 2021 - 04:35 PM (IST)

 इंटरनेशनल डेस्कः हांगकाग, ताइवान और तिब्बत को लेकर चीन का रवैया बेहद आक्रमक होता जा रहा है। हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करवाने के बाद चीन अब ताइवान और तिब्बत को लेकर कई हथकंड़े अपना रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तिब्बत में बौद्ध भिक्षुओं को धमकाने के बाद चीन ने  अब यहां  के अमदो प्रांत में तिब्बत पार्टी के सभी सदस्यों और कार्यकर्ताओं की धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

 

तिब्बत नेट ने गुप्त जानकारी के आधार पर  बताया कि चीनी अधिकारियों ने तिब्बती अधिकारियों को धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने से रोकने के लिए गंभीर तरीकों का इस्तेमाल किया है, जिसमें उनकी व्यक्तिगत धार्मिक वेदियों से छुटकारा पाना शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह के उपायों से चीन ने क्षेत्र में तिब्बती पार्टी के सदस्यों को अपनी इच्छा के विरुद्ध अपने घरों में व्यक्तिगत बौद्ध मंदिरों और वेदियों को हटाने के लिए दबाव बनाया है।

 

रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि पार्टी के सदस्य आदेश के अनुपालन में नहीं करते हैं, तो उन्हें सरकारी नौकरियों से छंटनी का सामना करना पड़़ सकता है, साथ ही वह राज्य के लाभ और सब्सिडी से वंचित हो सके। इससे पहले तिब्बत के गोलोग प्रान्त में अक्टूबर महीने में इसी तरह के प्रतिबंध की सूचना मिली थी। इसमें कहा गया था कि बड़ी संख्या में सरकार के मुखबिर यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी तिब्बती पार्टी का सदस्य कोरा (परिक्रमण), माला, डिजिटल प्रार्थना माला और अन्य धार्मिक वस्तुओं का उपयोग करके धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल न हो। ते हैं।

Tanuja

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