G-7 के प्लान से घबराया चीन! अपने ड्रीम प्रॉजेक्ट BRI पर चर्चा के लिए एशिया प्रशांत देशों की बुलाई बैठक

Wednesday, Jun 23, 2021 - 11:36 AM (IST)

बीजिंगः अमेरिकी नेतृत्व  ग्रुप ऑफ सेवन (G7) देशों की बैठक में चीन के खिलाफ बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड (B3W) प्लान ने ड्रैगन की नींद उड़ा दी है। यही वजह है कि G7 देशों की बैठक के तुरंत बाद चीन की जिनपिंग सरकार ने अपने सबसे महत्वकांशी प्रोजेक्ट बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) पर चर्चा के लिए आज एशिया प्रशांत देशों के मंत्रियों की बैठक बुलाई है। दरअसल चीन की योजना BRI के जरिए गरीब और छोटे मुल्कों को विकास का सपना दिखाकर लोन जाल में फंसाने की है। G7  में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, फ्रांस और जापान शामिल हैं।

 

G7 ने अपने लंदन सम्मेलन में 12 जून को चीन के बढ़ते प्रभाव की काट के तौर पर B3W योजना शुरू करने पर सहमति जताई थी  जिसके तहत विकासशील देशों के लिए अवसंरचना योजना की पेशकश की जाएगी जो  BRI  की प्रतिस्पर्धी होगी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लीजान ने मंगलवार को यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि 'बेल्ट एंड रोड कोऑपरेशन' पर स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी वीडियो लिंक के जरिये एशिया प्रशांत उच्च स्तरीय सम्मलेन की अध्यक्षता करेंगे जिसका थीम “सतत सुधार के लिये महामारी से मुकाबला करने को सहयोग करना” है।

 

उन्होंने कहा कि एशिया प्रशांत के प्रासंगिक देशों के विदेश या वित्त मंत्रियों और संयुक्त राष्ट्र तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों समेत 30 से ज्यादा पक्ष बैठक में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव पर उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विविध क्षेत्रों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं,जो BRI को सभी पक्षों द्वारा दी जा रही उच्च प्राथमिकता व समर्थन को परिलक्षित करता है।

 

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा सत्ता में आने के बाद 2013 में शुरू की गई अरबों डॉलर की बीआरआई का लक्ष्य भू-नेटवर्क और समुद्री मार्ग से दक्षिणपूर्व एशिया, मध्य एशिया, खाड़ी क्षेत्र, अफ्रीका और यूरोप को जोड़ना है। चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) बीआरआई की ध्वजवाहक परियोजना है। भारत ने सीपीईसी को लेकर चीन से आपत्ति दर्ज कराई है, क्योंकि यह पाक अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरता है।
 

Tanuja

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