खुफिया दस्तावेजों में खुलासाः रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ताइवान पर आक्रमण की तैयारी में चीन !

Saturday, Mar 19, 2022 - 11:54 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  एक ओर यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है,  वहीं दूसरी ओर चीन की ताइवान को लेकर आक्रमकता बढ़ती जा रही है। अल जज़ीरा ने एक रूसी खुफिया दस्तावेज  का हवाला देते हुए  बताया कि चीन के इरादे बेहद खतरनाक हैं और यह जल्द  ताइवान पर आक्रमण करने की योजना बना रहा है। व्यापारी रिपोर्ट को संदेह की नजर से देख रहे हैं। कई भू-राजनीतिक विश्लेषकों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के संबंध में हाल की भू-राजनीतिक घटनाओं को देखा था, जो चीन को निकट भविष्य में ताइवान पर हमला करने से रोकने की संभावना थी। 

अपना बचाव करने के लिए तैयार: ताइवान
ताइवान के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि वह एक कथित रूसी खुफिया दस्तावेज की प्रामाणिकता पर बात नहीं कर सकते हैं, जिसमें दावा किया गया है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की इस द्वीप राष्ट्र पर कब्जा करने की योजना  है।  ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू  कहा कि उनके देश को परवाह किए बिना तैयारी करनी होगी। उन्होंने ताइपे में संवाददाताओं से कहा, "चाहे चीन हम पर हमला करने का फैसला करे या न करे, हमें हमेशा अपना बचाव करने के लिए तैयार रहना चाहिए।"

 

द्वीप की विधायिका में एक रक्षा समिति की सुनवाई के दौरान, वू ने सांसदों से कहा कि उन्हें उस दस्तावेज़ के बारे में मीडिया रिपोर्टों के बारे में पता था, जिसे रूस की संघीय सुरक्षा सेवा के एक अज्ञात विश्लेषक जो खुद को "परिवर्तन की हवा" कहते थे द्वारा लिखा गया था । विदेश मंत्री ने कहा कि वह कथित एफएसबी दस्तावेज को सत्यापित करने में सक्षम नहीं थे, लेकिन  ताइवान की अपनी खुफिया सेवाएं प्रासंगिक बकबक की बारीकी से निगरानी कर रही है। 

चीनी विमानवाहक पोत  संवेदनशील ताइवान जलडमरूमध्य से रवाना
दरअसल, यूक्रेन संकट से पहले भी  चीन अक्सर ताइवान को अपनी सैन्य ताकत की धौंस पर दिखाता रहा है।  यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ताइवान पर कब्जा करने के लिए चीन द्वारा बल प्रयोग किए जाने की आशंका बढ़ गई है। चीन लगातार ताइवान पर अपना दावा करता रहा है और उसकी ओर से पिछले दो वर्षों में द्वीप के पास सैन्य गतिविधि तेज कर दी गई है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि  शुक्रवार को एक चीनी विमानवाहक पोत  संवेदनशील ताइवान जलडमरूमध्य से रवाना हुआ ।  चीन ताइवान पर अपना दावा करता है। मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि विमानवाहक पोत शेडोंग ताइवान-नियंत्रित द्वीप किनमेन के करीब रवाना हुआ, जो सीधे चीनी शहर जियामेन के सामने है।

 

बाइडेन ने शी जिनपिंग से कहा- ताइवान से दूर रहे
उधर, अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग को चेतावनी दी कि अगर बीजिंग ने यूक्रेन पर हमले में पुतिन की मदद की तो उसे परिणाम भुगतने होंगे।करीब दो घंटे तक चली बातचीत के दौरान बाइडेन ने शी जिनपिंग से यह भी कहा कि वह ताइवान से दूर रहे। बाइडेन ने जिनपिंग को बताया कि अगर चीन ने रूस की मदद की तो इसका क्‍या असर होगा और उसे क्‍या परिणाम भुगतन होंगे। इस बीच चीन ने संकेत दिया है कि बाइडन की धमकी के बाद भी वह रूस की हथियारों से मदद कर सकता है।

 

बता दें कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की चीन ने अब तक निंदा नहीं की है जिसकी अमेरिका की ओर से आलोचना की जा रही है। बता दें कि चीन और रूस के बीच करीबी संबंध हैं। चीनी विदेश मंत्रालय ने शी के हवाले से कहा, ‘संघर्ष और टकराव किसी के हित में नहीं है और शांति एवं सुरक्षा को अंतरराष्ट्रीय समुदाय को महत्व देना चाहिए।’ शी ने ताइवान सहित कई मुद्दों को लेकर उथल-पुथल के दौर से गुजर रहे चीन-अमेरिका संबंधों को सही रास्ते पर लाने की भी अपील की।

Tanuja

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