चीन ने भारत को पछाड़ बनाया ये लड़ाकू विमान

Thursday, Dec 15, 2016 - 01:25 PM (IST)

बीजिंगः चीन ने भारत को विमानन तकनीक के इस क्षेत्र में पछाड़ दिया है। जो तकनीक फिलहाल चीन के पास है उसे भारत को विकसित करने में कई साल लग सकते हैं। चीन के पहले स्टेल्थ लड़ाकू विमान J-20 की तस्वीरें प्रतिबंधित चीनी सोशल मीडिया साइट्स पर आई हैं, जिन पर चीनी वायुसेना के निशान और सीरियल नंबर भी डाले गए हैं। इन तस्वीरों से यह स्पष्ट पता चल रहा कि यह स्टेल्थ विमान चीनी वायुसेना की स्क्वाड्रन सर्विस का हिस्सा बनने जा रहा है।
 
लड़ाकू विमानों की जो तस्वीरें सोशल मीडिया के जरिए बाहर आई हैं, उन पर 78721 और 78724 अंक भी लिखे हुए हैं। संभावना है कि इन विमानों को उत्तरी मध्य चीन में मौजूद डिंगशिन एयरफोर्स बेस की 176 वीं ब्रिगेड का हिस्सा बनाया जाएगा। बता दें कि डिंगशिन एयरफोर्स का यह वही बेस है जहां से पीपुल लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स (PLAAF) अपने विमानों का परीक्षण करता है। 

चीन में उड्डयन विशेषज्ञ दाफेंगे काओ के अनुसार इसी माह एक समारोह के दौरान 6 J-20 स्टेल्थ विमानों को सेना में शामिल किया जाएगा। गौरतलब है कि अक्तूबर के आखिर में इन विमानों को एक एयर-शो के दौरान सार्वजनिक किया गया था। इस विमान की खासियत है कि यह रडार को भी चकमा दे सकता है। वहीं बात अगर भारतीय वायुसेना की करें जो चीनी सैन्य विमान क्षेत्र में हो रही हलचल और उसके विकास पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। वो इस तरह की तकनीक को विकसित करने में फिलहाल अक्षम है। उसे स्टेल्थ विमान सरीखे रडार को चकमा देने वाले विमान बनाने में कई साल लगेंगे। 

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