ट्रूडो सरकार ने शुरू किया चेतावनी अभियान- कनाडा में शरण लेना नहीं आसान,  सख्त नियम और शर्तें मानना जरूरी

punjabkesari.in Tuesday, Dec 03, 2024 - 12:10 PM (IST)

टोरंटो: कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने चेतावनी जारी की है कि कनाडा में शरण लेना आसान नहीं और इसके लिए सख्त नियम और शर्तें मानना जरूरी है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार, जो इस समय लोकप्रिय नहीं है, ने शरणार्थियों और अस्थायी निवासियों के लिए सख्त कदम उठाए हैं।   सरकार चाहती है कि जिन लोगों के वीजा की अवधि समाप्त हो गई है, वे स्वेच्छा से देश छोड़ दें।   आव्रजन मंत्री  ने चेतावनी दी है कि अगर वे ऐसा नहीं करते, तो उन्हें  निर्वासित (डिपोर्ट) किया जाएगा।  


 शुरू कर रहा  वैश्विक ऑनलाइन प्रचार अभियान
कनाडा, जो कभी शरणार्थियों और प्रवासियों का सबसे स्वागत करने वाला देश माना जाता था, अब एक वैश्विक ऑनलाइन प्रचार अभियान शुरू कर रहा है। इस अभियान में शरण मांगने वालों को चेतावनी दी जाएगी कि कनाडा में शरण लेना आसान नहीं है।  
यह अभियान  कनाडाई डॉलर 2.5 लाख (लगभग 1.78 लाख अमेरिकी डॉलर)   के बजट के साथ चलाया जाएगा और इसमें  11 भाषाओं में विज्ञापन होंगे, जिनमें उर्दू, हिंदी, तमिल, स्पेनिश और यूक्रेनी शामिल हैं। यह अभियान मार्च तक चलेगा।  
 

 सख्त नियम और शर्तें
अभियान का उद्देश्य शरणार्थी दावों को नियंत्रित करना और लोगों को यह बताना है कि कनाडा में शरण मांगने के लिए सख्त नियम और शर्तें हैं। एक विज्ञापन में लिखा है कि "कनाडा में शरण लेना आसान नहीं है। पात्रता के लिए कड़े दिशा-निर्देश हैं। जीवन बदलने वाले इस फैसले से पहले सभी जानकारी लें।" 

  • -कनाडा की शरण प्रणाली पहले से ही 2.6 लाख मामलों के बैकलॉग से जूझ रही है।  
  • - बढ़ते वैश्विक विस्थापन के कारण शरण मांगने वालों की संख्या बढ़ रही है।  
  • - सरकार को इस बात पर ज्यादा नियंत्रण नहीं है कि कौन शरण के लिए आवेदन कर सकता है।    

 
सरकार का संदेश 
अभियान के तहत, जब कोई व्यक्ति "कनाडा में शरण कैसे मांगें"  या  "शरणार्थी कनाडा" जैसे कीवर्ड खोजेगा, तो उसे "कनाडा की शरण प्रणाली: तथ्य" नामक प्रायोजित सामग्री दिखाई जाएगी।  कनाडा के लिए, यह अभियान शरणार्थियों और प्रवासियों को सटीक जानकारी देने और प्रवासियों की संख्या नियंत्रित करने का प्रयास  है।  शरणार्थियों और प्रवासियों को कनाडा में  महंगे आवास और अन्य समस्याओं का कारण माना जा रहा है, हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति को समझने का  सरल दृष्टिकोण  है। जनमत सर्वेक्षणों में दिख रहा है कि  कनाडाई नागरिकों का बड़ा हिस्सा अब मानता है कि देश में बहुत अधिक प्रवासियों को आने दिया जा रहा है। 


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Content Writer

Tanuja

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