LIVE:- कनाडा चुनाव में जीती लिबरल पार्टी, PM ट्रूडो बोले - " विश्वास रखने के लिए जनता का धन्यवाद "

Tuesday, Sep 21, 2021 - 01:22 PM (IST)

टोरंटोः कनाडा के लोगों ने सोमवार को चुनाव में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत दिलाई है लेकिन अधिकतर सीटों पर बड़ी जीत की उनकी मंशा पूरी नहीं हो पायी है। लिबरल पार्टी ने किसी भी पार्टी की तुलना में सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं। अब तक घोषित परिणामों के अनुसार लिबरल पार्टी  की जीत के चलते  ट्रूडो प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे।  अपनी जीत पर जस्टिन ट्रूडो ने ट्वीट कर कनाडा की जनता शुक्रिया अदा किया । उन्होंने लिखा, "धन्यवाद ! कनाडा...अपना वोट डालने के लिए, लिबरल टीम में अपना विश्वास रखने के लिए, एक उज्जवल भविष्य चुनने के लिए। हम COVID के खिलाफ लड़ाई खत्म करने जा रहे हैं। और हम कनाडा को आगे बढ़ाने जा रहे हैं।"

ट्रूडो ने 2015 के चुनाव में अपने दिवंगत पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की लोकप्रियता   के सहारे चुनाव में जीत हासिल की थी। फिर पार्टी का नेतृत्व करते हुए पिछले दो बार के चुनाव में उन्होंने अपने दम पर पार्टी को जीत दिलायी।  कनाडा में इस बार भारतीय मूल के 49 उम्मीदवार चुनावी दौड़ में शामिल हैं। 2019 में हुए पिछले चुनाव में यह संख्या करीब 50 थी। तब 20 भारतवंशी संसद पहुंचे थे।

 

Live updates:-

  • लिबरल पार्टी 148 सीट पर आगे है जबकि कंजरवेटिव पार्टी 103 सीटों पर आगे है, ब्लॉक क्यूबेकोइस 28 और वामपंथी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी 22 सीटों पर आगे है। फिलहाल ऐसा प्रतीत नहीं होता कि ट्रूडो पर्याप्त सीटें जीत पाएंगे और अन्य पार्टियों के सहयोग के बिना किसी कानून को पारित करा पाएंगे। लेकिन वह इतनी सीटें जरूर जीत जाएंगे उन्हें पद से हटाने का खतरा नहीं रहेगा।
  • सबसे पहले मतदान केंद्र न्यूफाउंडलैंड प्रांत के अटलांटिक तट पर खुले। टोरंटो विश्वविद्यालय में कनाडाई इतिहास और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर रॉबर्ट बोथवेल ने कहा, 'ट्रूडो ने स्थिति को समझने में मूर्खतापूर्ण भूल की है।' ट्रूडो ने एक ऐसी स्थिर अल्पमत की सरकार के साथ चुनाव में प्रवेश किया, जिस पर अपदस्थ होने का खतरा नहीं था। विपक्ष ने समय सीमा से दो साल पहले मध्यावधि चुनाव कराने को लेकर ट्रूडो पर लगातार निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी निजी महत्वाकांक्षा के लिए यह कदम उठाया।

  • विपक्ष ट्रूडो पर अपने फायदे के लिए समय से दो साल पहले चुनाव कराने का आरोप लगाता रहा है। ट्रूडो ने दावा किया था कि कनाडा के लोग महामारी के दौरान कंजरवेटिव पार्टी की सरकार नहीं चाहते। कनाडा वर्तमान में दुनिया के उन देशों में शामिल है जिसके अधिकतर नागरिकों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
     
  • कनाडा के चुनावी विशेषज्ञों के अनुसार ट्रूडो चुनाव जीत जाते हैं तो सबसे ज्यादा संभावना इस बात की होगी कि उनकी सरकार अल्पमत सरकार होगी, जो उन्हें शासन करने के लिए अन्य दलों पर फिर से निर्भर कर देगी।
     
  • ट्रूडो और ओ'टोल के अलावा, छोटे गुटों के अन्य नेताओं में वामपंथी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के जगमीत सिंह, अलगाववादी ब्लॉक क्यूबेकॉइस के यवेस-फ्रांकोइस ब्लैंचेट और ग्रीन के एनामी पॉल शामिल हैं। अंतिम परिणाम में देरी होने की उम्मीद है क्योंकि मेल-इन मतपत्रों की संख्या हजारों की संख्या में होने की उम्मीद है, जिनकी गणना की जाएगी। सैंतालीस वर्षीय ओ'टोल एक सैन्य दिग्गज और पूर्व वकील हैं। उन्होंने नौ साल तक संसद सदस्य के रूप में कार्य किया।

कनाडा चुनाव की खास बातें

  • देश भर में कई समय क्षेत्र होने के कारण पूरे कनाडा में मतदान केंद्र अलग-अलग समय पर खुले और बंद होंगे। अंतिम मतदान देश के पश्चिमी तट पर शाम 7 बजे (स्थानीय समयानुसार) बंद होगा।
  • संघीय चुनाव अभियान ऐसे समय में आया है जब देश एक कोविड -19 महामारी से गुजर रहा है। इसके अलावा जलवायु संकट, स्वास्थ्य देखभाल, आवास और अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दे भी केंद्र में हैं।
  • कनाडा में इस साल भीषण गर्मी पड़ी है, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। लिहाजा, कनाडा में जलवायु परिवर्तन का मुद्दा अचानक काफी तेजी से उभर आया है।
  • कनाडा के समुद्र इस साल गर्मी में इतने गर्म हो चुके थे कि लाखों जलीय जीव की मौत हो गई।
  •  मतदान का परिणाम पूरी तरह से अप्रत्याशित होने की संभावना है।
  •  कनाडा के इतिहास में 1867 से मतदान हो रहा है और कनाडा में मुख्य तौर पर दो ही दल हैं, जिनके बीच कड़ा मुकाबला होता है।
  •  इस बार का चुनाव सबसे ज्यादा दिलचस्प इसलिए है, क्योंकि करीब 31 प्रतिशत मतदाताओं ने कहा है कि वो दोनों ही पार्टियों को वोट डालना चाहते हैं, लिहाजा ये मतदाता किस पार्टी को वोट करेंगे, कुछ कहा नहीं जा सकता है।

Tanuja

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