कमसिन लड़कियों को इस तरह फंसाते थे ISIS आतंकी !

Thursday, Jul 20, 2017 - 04:56 PM (IST)

मोसुलः ईराकी सेना को मोसुल की एक गुप्त सुरंग में 20 महिलाएं और लड़कियां मिली हैं। इनमें से 2 कनाडा और 5 जर्मनी की हैं। यह सभी महिलाएं आतंकी संगठनISIS की महिला लड़ाका टुकड़ी का हिस्सा थीं। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इराकी सेना के मुताबिक इन लड़कियों में से पांच जर्मनी, तीन रूस, तीन तुर्की, दो कनाडा, एक चेचेन्या और 6 लीबिया-सीरिया की हैं। 

आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए भागी 16 साल की जर्मन लड़की भी मोसुल में जिंदा मिली है। ईराकी पुलिस ने लिंडा डब्ल्यू नाम की इस किशोरी को गिरफ्तार कर लिया है। जर्मनी के सैक्सोनी राज्य से यह लड़की पिछले साल जुलाई से लापता हो गई थी। लिंडा ड्रेस्डन शहर के पास मौजूद कस्बे पल्सनिट्ज की रहने वाली है। जर्मनी से भागने के बाद उसकी अंतिम लोकेशन इस्तांबुल में मिली थी। इसके बाद से उसका कोई पता नहीं था। जर्मनी के एक पत्रकार ने कहा कि पकड़ी गई लड़की की नई तस्वीर से लिंडा की शक्ल पूरी तरह मिलती है।

जैसे ही पुलिस ने लड़की को गिरफ्तार किया उसकी तस्वीर पूरी दुनिया में सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। कट्टरपंथी के शिकार लोगों की मदद करने वाली संस्था हयात कनाडा की निदेशक ऐलेक्जेंड्रा बेन के मुताबिक आतंकी हमेशा 20 साल से कम और कमसिन उम्र की लड़कियों को चुनते थे, ताकि सोशल मीडिया आदि के जरिए इन्हें बरगलाया जा सके। इस उम्र में इतनी सोचने समझने की क्षमता नहीं होती है। इसलिए लड़कियां आसानी से आतंकियों के बहकाने में आ जाती थीं। अब ये महिलाएं अपने घर लौटना चाहती हैं या फिर वे पकड़ी जा रही हैं।  


   

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